अगर और हल्दी से मिटाएं पैरों के चकत्ते
वाराणसी : चिलचिलाती गर्मी में दिनभर जूता-मोजा पहनने वालों को खुजली व काले चकत्ते होना स्वाभाविक है। यह चकत्ते पैर को खराब कर देते हैं। त्वचा बेहद कड़ी हो जाती है। पैर में प्राकृतिक हवा के न लगने से पसीना जमने लगता है। यही पसीना खुजली, दाद और चकत्ते का कारण बनता है। चकत्ता पड़ जाने पर लोग चर्म रोग विशेषज्ञ को दिखाते हैं। महंगे लोशन, मरहम आदि लगाते हैं। कुछ लोग तो दवा महंगी होने के कारण चिकित्सक के पास जाते तक नहीं। खुजली और चकत्ते का सबसे सस्ता और सुविधा जनक इलाज आयुर्वेद में बताया गया है।
बीएचयू के आयुर्वेदाचार्य प्रो. केएन द्विवेदी बताते हैं कि यदि पैर में गर्मी के मौसम में खुजली हो और काले चकत्ते पड़ने लगें तो अगरबत्ती तैयार करने का मुख्य तत्व अगर व हल्दी की सूखी मालिश करें। इससे त्वचा नरम हो जाती है। बताते हैं कि सप्ताह भर में ही असर दिखाना शुरू कर देता है।
कैसे लगाएं : प्रो. द्विवेदी बताते हैं कि यदि 'अगर' पाउडर के रूप में मिले तो ठीक नहीं तो इसे पीसकर चूर्ण बना लें। चूर्ण हुए अगर को हल्दी में अच्छी तरह मिलाएं। मिश्रण को हथेली पर रखकर चकत्ते वाले स्थान पर अच्छी तरह मालिश करें। बताते हैं कि मालिश रात में करना चाहिए। मालिश करने के पहले पैर को अच्छी तरह अवश्य धो लें।
क्या होता है अगर : अगर का काम अगरबत्ती बनाने में अधिक होता है। यह किसी भी राशन या मसाले की दुकान पर मिलता है। बनारस के गोला दीनानाथ में आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।
सुबह शाम नहाएं : प्रो. द्विवेदी बताते हैं कि गर्मी में त्वचारोग का प्रमुख कारण पसीना होता है। इसलिए सुबह-शाम पानी में एक चुटकी कपूर डालकर नहाना चाहिए। बताते हैं कि कपूर में एंटीबैक्टीरियल तत्व होते हैं।