सड़क पर सीवर नरक से बदतर
वाराणसी : एक ओर बनारस की सड़कों को चौड़ा करने की कवायद तेजी से चल रही है। दूसरी ओर सड़कें चलने लायक नहीं बची हैं। इसका कारण है कि दुर्गधयुक्त सीवर सड़क पर उफना रहा है। लोग बड़ी मजबूरी में ही बाहर निकल रहे हैं। यह हाल कोदई चौकी व कमच्छा का है। सबसे अधिक बुरी स्थिति तो कोदई चौकी की है। भीड़ भरे इस इलाके में लोग रोज गिर रहे हैं। ध्यान देने योग्य यह है कि इस मोहल्ले में बिजली के सामान मिलते हैं। यहां से लोग महंगे-महंगे पंखे, कूलर, स्विच आदि की खरीदारी करके सीवर से गुजरते हैं। दुर्भाग्य से कोई व्यक्ति सामान सहित सीवर जल में गिरता है तो उसके कपड़े के साथ ही सैकड़ों के सामान पर पानी फिर जाता है। इसके साथ ही यहां भगवान को चढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल माला भी तैयार होती है। ऐसे में कोई कैसे सीवर युक्त सड़क से होकर भगवान की माला खरीदेगा।
वहीं दूसरी ओर कमच्छा स्थित बिंद भवन के सामने खोदाई से टूटी पेयजल की पाइप लोगों की फजीहत बन गई है। इसे बनाने के लिए जल संस्थान सुधि नहीं ले रहा है। एक तो संकरी गली, दूसरे मिट्टी का ढेर। कोढ़ में खाज बनी टूटी पाइप। बच्चे तो आए दिन गिरते हैं। उनकी यूनिफार्म गाड़ियों के छींटे से रोज खराब हो रही है। लोग गुस्से में यही कहते सुनाई देते हैं कि इस मोहल्ले में जल संस्थान के किसी कर्मचारी या अधिकारी का परिवार नहीं रहता इसलिए यहां की अनदेखी हो रही है।
सड़कों पर पानी लगने के साथ ही शहर की आम समस्या गंदगी है। इसका प्रमाण रेवड़ी तालाब मोहल्ला देता है। यहां दुर्गधयुक्त कूड़े से लोग परेशान हो गए हैं। नागरिकों का आरोप है कि इस मोहल्ले में कभी झाड़ू तक नहीं लगती, कूड़ा उठाने की बात तो दूर है।