शहर का विस्तार महानगर में, सफाई अमला मुट्टी भर
वाराणसी : नगर में सफाई व्यवस्था चरमराने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन प्रमुख कारण सफाईकर्मियों की कमी है। नगर निगम में इस समय सभी स्रोतों से लिए गए सफाईकर्मियों की संख्या करीब 27 सौ है जबकि शहर का दायरा बढ़ कर नगर से महानगर हो गया।
मालूम हो कि सफाई कर्मियों की तैनाती जनसंख्या के आधार पर होती है। प्रति 10 हजार लोगों पर 28 सफाई कर्मी होने चाहिए। इस हिसाब से साढ़े 11 लाख जनसंख्या पर करीब 3220 सफाई कर्मियों की कम से कम नियुक्ति होनी चाहिए। वहीं अन्य कामों के लिए अतिरिक्त अमला भी होना चाहिए। नगर के वरुणापार व भेलूपुर जोन में शहर का ज्यादा विस्तार हुआ है। नई-नई कालोनियां बसती गई और नगर निगम की सीमा बढ़ती गई लेकिन नहीं बढ़ा तो सफाई कर्मियों की संख्या। नगर स्वास्थ्य अधिकारी एसएसपी वर्मा कहते हैं कि प्रत्येक वर्ष सफाईकर्मियों की कमी को बाहरी स्रोतों से पूरा किया जाता है। इस बार भी बाहरी स्रोतों से व्यवस्था की जाएगी। करीब दो सौ कर्मियों को बाहरी स्रोतों से लेने की कवायद की जा रही है।