दिन भर आते-जाते रहे बदरा
वाराणसी : मौसम का तेवर गुरुवार को बादलों से भरा था। बूंदे तो नहीं गिरीं पर बादलों की उड़ान यह संकेत देती रही कि आंधी आ सकती है हालांकि ऐसा कुछ हुआ नहीं। जम्मू कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ के झटके और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बूंदाबांदी चलते कुछ नमी पूर्वी उत्तर प्रदेश तक पहुंची। इसके चलते बादलों की आवाजाही बनी। चूंकि ये बादल हल्के थे लिहाजा हवा संग आगे भी निकलते रहे। यहां फिलहाल बूंदाबांदी की उम्मीद नहीं है। बादलों की आवाजाही एक दो दिन और बनी रह सकती है। इसके बाद आसमान साफ हो जाएगा।
गर्मी ने निकाला पसीना : भले ही आसमान पर बादल आते-जाते रहे लेकिन तापमान तो पसीना निकालने में ही लगा रहा। धूप के तल्ख तेवर के बादल रोक नहीं पाए। हवा की रफ्तार भले ही कम थी पर जब-जब टकराती गर्मी का अहसास कराती रही।
बोले विज्ञानी : मौसम विज्ञानी प्रो. बीआरडी गुप्ता व प्रो. एसएन पांडेय कहते हैं कि पश्चिमी विक्षोभ के झटके का असर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक पहुंचा। वहां तो बादल घने बने लेकिन पूर्वी उत्तर प्रदेश तक पहुंचते-पहुंचते हल्के हो गए। हवा का पछुआ रुख यहां तक नमी तो ले आया लेकिन लोकल हीटिंग इस पर भारी पड़ी और बादल आगे निकल गए।
हवा का रुख व गति : मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय कहते हैं कि सतह पर हवा का रुख पछुआ और गति लगभग 10 किमी प्रतिघंटा रही। 900 मीटर पर रुख उत्तरी पश्चिमी और गति लगभग 20 किमी प्रतिघंटा, 1500 मीटर पर भी रुख उत्तरी पश्चिमी और गति लगभग 30 किमी प्रतिघंटा रही। साढ़े तीन किमी पर हवा का रुख पछुआ था और गति लगभग 40 किमी प्रतिघंटा तथा साढ़े पांच किमी पर गति लगभग 70 किमी प्रतिघंटा तथा रुख पछुआ ही रहा।
तापमान व आर्द्रता : 24 घंटे में अधिकतम तापमान 1.8 डिग्री बढ़कर 39 से 40.8 तथा न्यूनतम तापमान 1.2 डिग्री गिरकर 22.7 से 21.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। अधिकतम आर्द्रता 75 व न्यूनतम आर्द्रता 29 फीसद पर स्थिर रही।