ज्ञानपुर नहर का पानी वरुणा में छोड़ने को बजी डुगडुगी
जागरण संवाददाता, वाराणसी : पुराना पुल के समीप फाटक टूटने से सूख चुकी वरुणा नदी के पेटे को पानी से लबालब करने की कवायद तेज कर दी गई है। सूबे के सिंचाई राज्यमंत्री सुरेंद्र पटेल के निर्देश पर दो दिन पहले ही फाटक की मरम्मत का काम पूरा कर लिया गया। वहीं अब ज्ञानपुर नहर प्रखंड से पानी छोड़कर वरुणा नदी को फिर से जीवंत रूप दिया जाएगा। इसके लिए ज्ञानपुर नहर से जुड़ी कनेरी स्केप के समीप वरुणा नदी से सटे तकरीबन आधा दर्जन गांवों में रविवार को डुगडुगी बजाकर किसानों को सचेत किया गया।
ज्ञानपुर नहर प्रखंड अधिशासी अभियंता मो. फरीद ने यह जानकारी दी। बताया कि ज्ञानपुर नहर से कनेरी स्केप द्वारा पानी वरुणा नदी में छोड़ा जाता है। वरुणा नदी के आसपास के गांवों में भाला, कनेहरी, बढ़ौना, गोशाई मठ, जोगीपुर व भगवानपुर में नदी के पेटे में लगी पककर तैयार गेहूं की फसलों को हफ्तेभर के भीतर काटने के लिए मुनादी करा दी गई है। इस दौरान किसानों को सचेत करते हुए कहा गया कि ज्ञानपुर नहर से वरुणा को भरने के लिए पानी छोड़ा जा रहा है। इसलिए किसानों से अनुरोध है कि वे एक हफ्ते के अंदर अपनी फसलों को सुरक्षित कर लें ताकि नुकसान न होने पाए। ज्ञात हो कि 'दैनिक जागरण' ने वरुणा नदी की व्यथा से जुड़ी खबरों को प्रमुखता से उजागर किया था। सिंचाई राज्य मंत्री ने खुद इस प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए फाटक की मरम्मत कराई और ज्ञानपुर नहर से वरुणा नदी को लबालब भरने का आदेश दिया। इसके अनुपालन में मुनादी कराई गई ताकि पेटे में लगी किसानों की गेहूं की फसल पानी छोड़ने से पहले ही सुरक्षित कर ली जाय।