गंगा पुल बना अवैध वेंडरों का अड्डा
संवाद सहयोगी, शुक्लागंज : रेलवे का गंगापुल इन दिनों अवैध वेंडरों का अड्डा बना हुआ है। रेलवे स्टेशन प
संवाद सहयोगी, शुक्लागंज : रेलवे का गंगापुल इन दिनों अवैध वेंडरों का अड्डा बना हुआ है। रेलवे स्टेशन पर बीते दिनों की गई सख्ती के चलते अब अवैध वेंडरों ने गंगा पुल को शरणस्थली बना लिया है। खानपान के सामान की डलियों को लिए तमाम अवैध वेंडर रेलवे के गंगा पुल पर मंडराते रहते हैं। अप लाइन हो अथवा डाउन लाइन हो गंगा पुल पर किसी भी ट्रेन के धीमा होते ही यह अवैध वेंडर चलती ट्रेन में ही तेजी से दौड़ कर चढ़ लेते हैं। इनके इस खान पान के अवैध कारोबार को कभी भी देखा जा सकता है।
जीआरपी हो या आरपीएफ सिर्फ रेलवे स्टेशन तक ही सिमट कर रह गई है। चलती ट्रेनों में मौका मिलते ही सामान बेचते बेचते अवैध वेंडर किसी भी यात्री का माल या पर्स अथवा मोबाइल तक पार कर देते हैं और चलती ट्रेन से उतर कर रफू चक्कर हो जाते हैं। सुबह से लेकर रात तक इन अवैध वेंडरों का रेलवे के गंगा पुल पर जमावड़ा रहता है। इसके अलावा यह पुराने गंगापुल की रेलवे क्रा¨सग के निकट भी डेरा डाले रहते हैं। किसी भी ट्रेन में बेखौफ होकर चढ़ना व खान पान का सामान बेचना इनकी दिनचर्या में शुमार है। हां जब कोई लूट पाट की घटना घटित हो जाती है तो यह अवैध वेंडर पकड़े जाने व पूछताछ के डर से कुछ दिनों तक भूमिगत हो जाते हैं। मामला ठंडे बस्ते में जाते ही फिर से सक्रिय होकर अवैध धंधा करने लगते हैं। इसके अलावा जब भी कभी रेलवे के किसी बड़े अधिकारी का दौरा होता है तो यह अ²श्य हो जाते हैं व अधिकारियों के जाते ही फिर से प्रकट हो जाते हैं।
200 से अधिक है इनकी संख्या : रेलवे सूत्रों की मानें तो गंगापुल से चलती ट्रेनों में चढ़ कर खान पान का सामान बेचने वाले अवैध वेंडरों की संख्या दो सैकड़ा से अधिक है। यह एलकेएम से लेकर लंबी दूरी से चल कर आने वाली ट्रेनों में बेखौफ होकर चढ़ लेते हैं। जीआरपी व आरपीएफ सबकुछ जानते हुए भी अनजान बनी रहती है।