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शोहदे बेलगाम, मौज में एंटी रोमियो दस्ता

जागरण संवाददाता, उन्नाव : जनता ने प्रदेश में नई सरकार का चयन इसलिए किया कि कुछ परिवर्तन ह

By JagranEdited By: Published: Tue, 12 Sep 2017 03:02 AM (IST)Updated: Tue, 12 Sep 2017 03:02 AM (IST)
शोहदे बेलगाम, मौज में एंटी रोमियो दस्ता
शोहदे बेलगाम, मौज में एंटी रोमियो दस्ता

जागरण संवाददाता, उन्नाव : जनता ने प्रदेश में नई सरकार का चयन इसलिए किया कि कुछ परिवर्तन होगा। उनकी सोच को बरकरार रखते हुए शुरुआती दौर से ही योगी सरकार ने सख्त कदम उठाए। सर्वाधिक फोकस महिला अपराध पर अंकुश लगाने का रहा है। इसके लिए एंटी रोमियो स्क्वाड का गठन कर महिलाओं को सुरक्षा दिलाए जाने संबंधित कड़े निर्देश पुलिस को जारी किए गए। कुछ दिन तो सब ठीक चला लेकिन बाद में सीएम के आदेशों को नजर अंदाज कर दिया गया। निचले स्तर की मनमानी से अब महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। रविवार दोपहर सरेराह किशोरी का दुपट्टा खींचने और विरोध पर भाई को पीटने की घटना ने पुलिस के दावों की पोल खोलकर रख दी है। कोतवाली पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया पर एंटी रोमियो दस्ता घटना के बाद भी सोता रहा।

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रविवार दोपहर शहर के मोहल्ला मोतीनगर में भाई के साथ बाइक से जा रही युवती को तीन बाइक सवार 6-7 शोहदों ने से छेड़छाड़ की थी। युवती के भाई ने विरोध किया तो उसे सरेराह जमकर पीटा। युवती की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया पर पीड़िता और उसका परिवार घटना के बाद से दहशत में हैं। सरेराह छेड़छाड़ की यह पहली घटना नहीं हैं। इससे पहले भी कई लड़कियों को शोहदों ने सरेराह निशाना बनाया। हिम्मत जुटा वह पुलिस के पास पहुंची तो मामला दर्ज हो गया अन्यथा दहशत में उन्होंने सड़क पर निकलना ही बंद कर दिया। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर योगी सरकार के दावे पर सिस्टम पलीता लगा रहा है। वर्तमान में पुलि¨सग का ढर्रा बद से बदतर है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए जो एंटी रोमियो दस्ता गठित किया गया था वह मौज मार रहा है। सड़क पर निकलने में उन्हें शर्म महसूस होती है। उच्चाधिकारियों द्वारा दस्ते की निगरानी न होने से सब मनमानी ही चल रहा है। पिछले दो तीन माह की बात करें तो यह दस्ता नजर ही नहीं आया। पुराने ढर्रे पर पहुंची व्यवस्था पर अब लोग सरकार पर टीका टिप्पणी करने में भी पीछे नहीं हट रहे हैं।

यह है शहर के हालात

एंटी रोमियो दस्ता की सोमवार को जब जागरण ने पड़ताल की तो व्यवस्था पूरी तरह चौपट मिली। गांधी नगर तिराहा से लखनऊ बाईपास तक प्रमुख चौराहों, मंदिर, स्कूल के बाहर एंटी रोमियो दस्ता की कहीं भी मौजूदगी नहीं पाई गई। स्कूल खुलने के दौरान गेट के बाहर शोहदों का जमावड़ा लगा रहा, जो छात्राओं पर फब्तियां कसते दिखाई दिये। असुरक्षा में जी रहीं यह छात्राएं एंटी रोमियो दस्ते को कोसती हुई स्कूल की ओर चली गई। दस्ते की तैनाती कहां है जब इसकी जानकारी की गई तो पता चला कि वर्तमान में एंटी रोमियो दस्ते की प्रभारी उपनिरीक्षक प्रेमावती थाने के महिला संबंधी कार्यो को निपटाती हैं। इनकी टीम के सदस्य भी कोतवाली में तैनात हैं। जो कहीं गेट पर पहरे पर बैठती तो कभी कोतवाली से संबंधित कार्यों को निपटाती हैं।


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