कहीं कोई अपना ही तो नहीं शिव नारायण का कातिल
असोहा, अप्र: थाना क्षेत्र के गांव मुक्तेमऊ में सोमवार रात अधेड़ किसान की गला रेतकर हत्या का मामला अभी भी अनसुलझा हुआ ही है। पुलिस हत्या के कारणों को तलाशने में लगी हुई है। फिलहाल उसके संदेह के घेरे में घर के कुछ अपने ही आ रहे हैं। घर से लेकर ग्रामीण तक कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। पुलिस की जन संवेदनाएं फिलहाल पुलिस की जांच में आडे़ आ रही हैं। अब पुलिस को मृतक की चिता की आग ठंडी होने का इंतजार है।
गौरतलब है कि सोमवार रात लगभग आठ बजे थाना क्षेत्र के गांव मुक्तेमऊ गांव निवासी शिवनारायण की अज्ञात लोगों ने उस समय घर के बाहर हत्या कर दी थी। जब वह घर के बाहर बरामदे में चारपाई पर सो रहा था। घटना के 24 घंटे बीतने के बाद तक हत्या का कारण परिजनों से लेकर पुलिस तक तलाश नहीं पायी। सभी कयासों में उलझे हुए हैं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में एंटी मार्टम इंजरी आने के बाद पुलिस की जांच को दिशा मिली। अब पुलिस का पहला संदेह मृतक के किसी अपने पर ही जा रहा है। अभी मृतक का अंतिम संस्कार नहीं हुआ था इससे वह किसी को भी पूछताछ के लिए अपने पास बुला नहीं पायी। ग्रामीण भी पूरे मामले में चुप्पी साधे हुए हैं ग्रामीणों का कहना है कि जब परिवार के लोग ही कुछ नहीं बोल रहे हैं तो हम लोगों को क्या पड़ी है।
इस संबंध में क्षेत्राधिकारी पुरवा चरन सिंह बसर का कहना है कि अभी तक कोई सुराग हमारे हाथ नहीं लगा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में एंटी मार्टम इंजरी आयी है। इससे हत्या तो होने से तो इंकार नहीं किया जा सकता। अब तक की जांच में जो सामने आया उसके हिसाब से हत्या का कारण घर के बीच ही होने की आंशका है। इससे हम मृतक का अंतिम संस्कार होने का इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद हम घर के लोगों से पूछताछ करेंगे।
==================
36 साल पहले मृतक के बड़े भाई की हुई थी हत्या
मृतक शिव नारायण छह भाई थे। उसके सबसे बड़े भाई गुरु नारायण जोकि सरकारी सेवा में थे की हत्या भी वर्ष 1976 में घर के बाहर रात में ही हुई थी। उन्हें भी गांव के लोगों ने मौत के घाट उतारा था। हलांकि पुलिस अभी इस मामले को अभी अधिक गम्भीरता से नहीं ले रही है।
===================
गांव में छाया अजीब सा सन्नाटा
उन्नाव: सोमवार की रात मुक्तेमऊ गांव में हुई शिव नारायण की मौत के बाद गांव में छाया सन्नाटा दूसरे दिन भी बना रहा। गांव के अधिकांश लोग कुछ कहने सुनने को तैयार नहीं थे। लोग घटना की चर्चा तो करते लेकिन शिव नारायण के स्वभाव आदि की इससे अधिक और कुछ नहीं।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर