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सैफुल्ला ने साथियों संग ली थी पनाह!

जागरण संवाददाता, उन्नाव: मुठभेड़ में मारे गए आतंकी सैफुल्ला के तार लखनऊ और कानपुर के साथ उन्नाव से भी

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Mar 2017 06:55 PM (IST)Updated: Tue, 28 Mar 2017 06:55 PM (IST)
सैफुल्ला ने साथियों संग ली थी पनाह!
सैफुल्ला ने साथियों संग ली थी पनाह!

जागरण संवाददाता, उन्नाव: मुठभेड़ में मारे गए आतंकी सैफुल्ला के तार लखनऊ और कानपुर के साथ उन्नाव से भी जुड़े थे। साथियों के साथ उसने शहर में अलग-अलग जगहों पर पनाह ली थी। उसके साथियों के पकड़े जाने के बाद खुलासा हुआ है। मंगलवार सुबह सैफुल्ला के दो साथियों को लेकर शहर पहुंची एनआइए टीम ने उसके रुकने के स्थानों को बारीकी से चेक करने के बाद तस्वीरें भी लीं।

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आतंकी गतिविधियों में संलिप्त रहे सैफुल्ला का नेटवर्क कहां-कहां फैला था और कितने साथी इसमें संलिप्त हैं। इसकी जांच को एनआइए टीम दिन रात सूचनाएं एकत्र करने में जुटी है। मंगलवार सुबह 10.30 बजे एनआइए टीम ने शहर में दस्तक दी। नीली बत्ती लगी छह कारों पर सवार होकर टीम के करीब 20 लोग सबसे पहले स्टेशन रोड स्थित बुद्धनशाह बाबा की दरगाह पर पहुंचे। टीम के साथ लोकल पुलिस की जीप भी थी। बताते हैं टीम अपने साथ एनकाउंटर में मारे गए सैफुल्ला के दो साथियों को दो लाई थी। उनका चेहरा काले कपड़े से ढका था। दोनों में से एक को वाहन से नीचे उतार टीम ने उसकी एक तस्वीर कैमरे में कैद की और कुछ देर उससे पूछताछ कर फिर वाहन में बिठा छिपियाना मोहल्ला पहुंची। वाहनों में पहले एक कमांडो बाहर उतरा फिर एक के बाद एक कर सभी बाहर आ गए। इसके बाद चेहरा ढके युवक को उतार टीम यहां की मौला अली दरगाह पहुंची। यहां के मुख्य द्वार के बाहर खड़ा कर युवक की तस्वीर कैमरे में ली। इसके पीछे के गेट की ओर ले जाकर यही प्रकिया अपनाई। दरगाह के बगल में 20 साल से दुकान खोले महिला से पूछताछ की और आधा घंटा के बाद आरोपी को लेकर लखनऊ लौट गई। चर्चा है कि सैफुल्ला के साथी अतीक के साथ टीम के साथ आए फैजल व दोस्त मोहम्मद स्टेशन रोड स्थित बुद्धनशाह बाबा और छिपियाना स्थित मौलाअली की दरगाह में रुके थे। सैफुल्ला के भी इन दोनों जगहों पर रुकने की चर्चाएं रहीं। एनआइए टीम की गतिविधि की कोई भी जानकारी देने से कोतवाली पुलिस कतराती रही। सूत्र बताते हैं एनआइए एसपी दीपक कुमार के नेतृत्व में टीम ने जांच की है।

फैक्ट्री से उठाया गया था इमरान

सैफुल्ला के एनकाउंटर वाले दिन ही पुलिस ने सदर कोतवाली के हाईवे स्थित एवरेस्ट चमड़ा फैक्ट्री में काम करने वाले आतंकी के रिश्तेदार इमरान को उठाया था। उसके चचेरे भाई को जाजमऊ से पकड़ने के बाद पुलिस उसकी निशानदेही पर इमरान को साथ ले गई थी। इसी के बाद से जांच टीमों की नजर उन्नाव पर थी।

पहले भी आतंकी ले चुके शरण

2008 में लखनऊ बाईपास स्थित पं. दीनदयाल स्टेडियम के पास रोडवेज बस की छत तेज धमाके से उड़ गई थी। टीम ने जांच शुरू की तो दही चौकी स्थित एक चर्म इकाई फैक्ट्री के पीछे जमीन में गड़ा भारी मात्रा में आरडीएक्स बरामद हुआ था। पांच साल पहले रेलवे स्टेशन पर आतंकी होने की सूचना पर एटीएस ने छापा मारा पर वह हाथ नहीं लगा। सूत्रों की माने तो आतंकी ने हड़हा में शरण ली थी जिसकी लोकेशन स्टेशन पर मिलने के बाद टीम ने यहां छापेमारी की थी।


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