माहौल बिगाड़ने वालों की शिनाख्त में जुटी पुलिस
उन्नाव, जागरण संवाददाता: मोहर्रम को लेकर पुलिस ने अभी से संजीदा हो गई। शांति व्यवस्था के मद्देनजर पि
उन्नाव, जागरण संवाददाता: मोहर्रम को लेकर पुलिस ने अभी से संजीदा हो गई। शांति व्यवस्था के मद्देनजर पिछले पांच सालों में हुई घटनाओं का ब्यौरा भी खंगाला गया। जिसमें बांगरमऊ, सफीपुर समेत पांच स्थान ऐसे रहे जहां शांति व्यवस्था बिगाड़ने का काम किया गया था। एसपी के निर्देश पर पुलिस माहौल बिगाड़ने वाले लोगों को चिह्नित कर रही है।
वर्ष 2013 में बांगरमऊ के सुरसेनी में मोहर्रम की नवीं तारीख को ताजिया देखने के दौरान छज्जा गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई थी। महिलाओं-बच्चों समेत करीब 50-60 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। इसी तरह गंजमुरादाबाद क्षेत्र के फतेहपुर खालसा में मोहर्रम जुलूस के दौरान कुछ अराजकतत्वों ने अतिक्रमण कर रास्ता अवरुद्ध कर दिया था। जिससे दो वर्गो में तनाव की स्थिति बन गई थी। पुलिस को मामला शांत करने के लिए काफी जद्दोजहद का सामाना करना पड़ा था। एसपी ने बांगरमऊ पुलिस को निर्देश देकर पहले से व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
वर्ष 2014 में शुक्लागंज में रेलवे क्रा¨सग के पास से निकल रहा अलम जुलूस में शामिल कुछ लोग हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर घायल हो गए थे। इस पर भी एसपी ने क्षेत्राधिकारी व एसओ गंगाघाट को व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। इसके साथ ही सफीपुर में मुहर्रम के अवसर पर ताजियादारों ने अपने ताजिए को अपने स्थान में न दफन कर अन्य लोगों के घरों की बाउंड्रीवाल के अंदर दफनाने का प्रयास किया। जिस पर बवाल की स्थिति बनी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर काफी मशक्कत के बाद ताजियों को परंपरागत स्थान पर दफन कराया। इसके लिए पुलिस को कई लोगों पर मुकदमा भी दर्ज करना पड़ा था। सफीपुर कोतवाली पुलिस को भी इसके लिए निर्देश दिए गए हैं। वर्ष 2015 में इसी गांव में धारा 144 का उल्लंघन कर शांति व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास करने वाले 250-300 अज्ञात लोगों को नामित किया था। इस पर भी एसपी ने कोतवाल को संजीदगी बरतने के निर्देश दिए।