चोटें वहशियत की दे रही थीं गवाही
गंजमुरादाबाद, संवाद सूत्र : किशोर को कत्ल करने से पहले हत्यारों ने उसको वहशियत की हद तक पीटा। हत्यार
गंजमुरादाबाद, संवाद सूत्र : किशोर को कत्ल करने से पहले हत्यारों ने उसको वहशियत की हद तक पीटा। हत्यारों ने किशोर को मारपीट कर मौत के घाट उतारा है। मृतक के शरीर में दिख रहीं चोटों से लग रहा था कि हत्यारों ने मौत के घाट उतारने से पहले उसे बेरहमी से पीटा। उसके गुप्तांग से रिस रहा खून इस बात की गवाही दे रहा था। कि उसके साथ बेरहमी की सभी हदें पार की गयी हैं। परिवार के लोगों ही नहीं प्रत्यक्षदर्शियों का भी मानना था कि उसे तड़पा-तड़पा कर मौत के घाट उतारा गया है।
डॉग स्क्वायड नहीं दे सका सुराग
पुलिस ने हत्यारों तक पहुंचने के लिए डॉग स्क्वायड और फील्ड यूनिट की टीम को बुलाया। खोजी कुत्ता शव के आसपास ही इधर-उधर घूमता रहा वह कोई ऐसा सुराग नहीं दे सका जिससे पुलिस हत्यारों तक पहुंच पाती। फील्ड यूनिट की टीम ने घटना स्थल से साक्ष्य जुटाए।
नहीं पता था आखिरी बार बांध रही हूं राखी
निर्देश अपने पिता का सहारा भी था। वह बिल्हौर की एक मिठाई की दुकान पर काम करता था। भाई का शव देख इकलौती बहन पूनम शव से लिपट फफक कर रो पड़ी। वह बोली भइया हमें नहीं पता था आखिरीबार राखी बांध रही हूं। कुछ तो बता दो हमें छोड़कर क्यों चले गए। मां बसन्ती, भाई नीरज, बहन पूनम का रो रोकर बुरा हाल था। जो भी उन्हें ढांढस बंधाने का प्रयास करता वह उसी से पूछ बैठती अरे कोई तो बताओ हमारे निर्देश ने कौन सा अपराध कर दिया था जो उसे छीन लिया। परिजनों का करुणक्रंदन सुन तमाशबीनों की भीड़ में खड़े पत्थर दिल लोगों की आंखों से भी आंसू बह चले।