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आंधी में टूटी एचटी लाइन, गिरे पेड़ व पोल

शुक्लागंज, संवाद सहयोगी : बुधवार रात फिर आए आंधी-तूफान से जहां आजाद मार्ग पर चार पेड़ गिरकर धराशायी ह

By Edited By: Published: Thu, 26 May 2016 08:52 PM (IST)Updated: Thu, 26 May 2016 08:52 PM (IST)
आंधी में टूटी एचटी लाइन, गिरे पेड़ व पोल

शुक्लागंज, संवाद सहयोगी : बुधवार रात फिर आए आंधी-तूफान से जहां आजाद मार्ग पर चार पेड़ गिरकर धराशायी हो गए वहीं दो बिजली के पोल व तार टूट कर गिरने से तमाम लोग बाल बाल बच गए। तार टूटकर गिरने से बिजली व्यवस्था चरमरा गई। कई इलाके रात भर अंधेर में डूबे रहे।

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सबसे खतरनाक मंजर हुसैन नगर करबला मोहल्ले में रहा। यहां के रहने वाले महबूब अली के घर पर 11 हजार की एचटी लाइन टूट कर गिरने से हाहाकार मच गया। करंट से घर का एक कमरा पूरी तरह से जलकर राख हो गया। उसमें रखी सारी गृहस्थी व 35 हजार रुपए की नकदी जलकर राख हो गई। इसके अलावा उसी कमरे में दस मुर्गा व मुर्गी तक जल कर राख हो गए। हालत यह रही कि परिवार के सदस्य तन पर जो कपड़े पहने हुए थे सिर्फ वही बच सके। बाकी सब कुछ राख हो गया।

महबूब अली व उनकी पत्नी रसीदन ने बताया कि रात लगभग साढ़े दस बजे करीब आए आंधी तूफान से घर के ऊपर से गुजर रही 11 हजार की हाईटेंशन लाइन टूट कर गिरने से यह हादसा हुआ। उन्होंने बताया कि बिजली विभाग को लाइन बंद करने के लिए सभी लोग फोन करते रहे लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। पूर्व सभासद के फोन करने पर एक बार पांच मिनट के लिए लाइन बंद की गई लेकिन पांच मिनट बाद उसे फिर से चालू कर दिया गया। जिससे सब कुछ राख हो गया। पूरे घर में करंट उतर आया। जिससे भगदड़ मच गई। पूरा मोहल्ला शोर शराबे से गूंज उठा। उन्होंने बताया जिस समय घर में करंट से आग लगी उस समय घर में परिवार के दस लोग मौजूद रहे। सभी ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई वरना सभी ¨जदा जल जाते। पूरा मोहल्ला रात भर करंट की दहशत से जागता रहा। उन्होंने बताया कि रात साढ़े 12 बजे के करीब बिजली काटी गई। तब तक लोग परेशान रहे। पड़ोसन सोना बानो पत्नी जाकिर हुसैन ने बताया कि उनके घर में भी करंट दौड़ रहा था। घर के सभी लोगों ने बाहर भाग कर अपनी जान बचाई।

कयामत की रात बता रो पड़ा परिवार

महबूब अली व रशीदन ने बताया कि यह रात उन्हें अब ताजिन्दगी नहीं भूलेगी। उन्होंने बताया कि सच मायनों में यह रात उनके परिवार के लिए कयामत की रात थी। इतना कहकर वह लोग फफक कर रो पड़े।

घर बनवाने के लिए रखे थे 35 हजार

उन्होंने बताया कि घर बनवाने के लिए उन लोगों ने वीसी डाल कर 35 हजार रुपए की रकम जुटाई थी। वीसी उठा कर लाए ही थे कि हादसा हो गया। उसी के साथ घर बनवा पाने के सारे अरमान भी चकनाचूर हो गए। वह बताते हैं कि रकम भी स्वाहा हो गई और वीसी की किश्तें भी देनी पड़ेंगी।


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