नेत्र रोगियों को नयन ज्योति की दिखाई आस
शुक्लागंज, संवाद सहयोगी : रविवार को आजाद नगर स्थित सुमन स्मृति संस्थान कार्यालय में नि:शुल्क नेत
शुक्लागंज, संवाद सहयोगी :
रविवार को आजाद नगर स्थित सुमन स्मृति संस्थान कार्यालय में नि:शुल्क नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इसमें 35 मरीजों का परीक्षण विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम ने किया। नेत्र रोगियों को दवा उपचार के नुख्से बताए। शिविर में आए मरीजों में से 20 को आपरेशन योग्य पाया गया। उन्हें 10 दिनों बाद पुन: बुलाया गया। इससे पहले दैनिक जागरण के संपादकीय निदेशक महेन्द्र मोहन गुप्ता जी ने सुमन स्मृति संस्थान द्वारा प्रस्तावित धर्मार्थ चिकित्सालय भवन के शिलापट का लोकापर्ण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
आजाद नगर के विष्णुपुरी खंड में आयोजित नेत्र शिविर में रविवार सुबह से ही मरीजों की कतार नजर आने लगी थी। इसके बाद नेत्र सर्जन डा. नितिन मित्तल व फेको एवं ग्लूकोमा विशेषज्ञ डा. जिमी मित्तल ने अपनी टीम के साथ मरीजों का परीक्षण कर रोगियों में दवाओं व चश्मे का वितरण किया। डाक्टरों ने आपरेशन के लिए 20 मरीजों को चिन्हित किया, जिनको समय समय पर परामर्श लेते रहने की सलह दी। उन्होंने चिन्हित मरीजों को निश्चित समय पर आंख का आपरेशन कराने की भी राय दी।
मुख्य अतिथि दैनिक जागरण संपादकीय निदेशक महेन्द्र मोहन गुप्ता जी रहे। उन्होंने संस्थान के इस प्रयास की सराहना की और समाज के प्रबुद्ध वर्ग को भी ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करते रहने की सलह दी। अनावरण कार्यक्रम के बाद मुख्य अतिथि ने संस्थान कार्यालय की विशेषताओं के विषय में जाना। संस्थान के पदाधिकारियों ने बताया कि जल्द ही संस्थान द्वारा मोतिया¨बद का फेको विधि से आपरेशन, ग्लूकोमा का इलाज व आपरेशन, कंप्यूटर द्वारा चश्में का नंबर, कान्टैक्ट लैंस, आंख के परदे का लेजर द्वारा इलाज की सुविधाएं भी मरीजों को उपलब्ध कराई जाएंगी। मुख्य रूप से दैनिक जागरण के वाइस प्रेसीडेंट शैलेंद्र जेटली, दैनिक जागरण के सीएफओ आरके अग्रवाल, रोटोमैक चेयरमैन विक्रम कोठारी, हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. एएस प्रसाद, डा. आरआर अवस्थी, अल्का, जागरण रिसर्च के संजीव अग्निहोत्री आदि मौजूद रहे। संस्था के संरक्षक डा. सर्वमित्र शर्मा ने समापन पर सभी के प्रति अभार प्रकट किया। मुख्य अतिथि का आजाद नगर प्रधान अरुण रावत, सरैया प्रधान राजेंद्र कुमार, बाल किशोर पांडेय, राम नारायण यादव अनमोल कृष्ण शर्मा आदि ने माल्यापर्ण कर स्वागत किया।