आज घर-घर विराजेंगी मां जगदंबा
उन्नाव, जागरण संवाददाता: शारदीय नवरात्र का मां के भक्तों को पूरा साल बेसब्री से इंतजार रहता है। मंगल
उन्नाव, जागरण संवाददाता: शारदीय नवरात्र का मां के भक्तों को पूरा साल बेसब्री से इंतजार रहता है। मंगलवार को मां दुर्गा का हर घर में आगमन हो रहा है। जिसकी तैयारियां जोरों से शुरू हो गई हैं। मां के मंदिरों को रंग रोगन के साथ ही दरबार को भव्य रूप देने का काम सोमवार को होता रहा।
आचार्य विमलेश शुक्ल ने बताया कि इस बार शास्त्रों के अनुसार मां जगत जननी की सवारी शेर नहीं बल्कि घोड़े पर है। मां अपनी वापसी डोली पर करेंगी जो शुभकारक है। अष्टमी के दिन च्च्चे मन व भाव से मां की स्तुति से भक्त की हर च्च्छा पूरी होगी। रोज कन्या भोज कर भक्त परम सुख की प्राप्ति कर सकते हैं।
ऐसे करें कलश स्थापना
-13 अक्टूबर को कलश स्थापना का शुभ मुहुर्त पूर्वाह्न 11:36 से 12:24 बजे तक है। कलश स्थापना के बाद मां के आह्वान के लिए गणेश, गौरी, दीपक, वरुण, पंच लोकपाल, नवगृह आदि की पूजा करें। इसके अलावा प्रतिदिन पूजन के दौरान मातारानी को ¨सदूर, लाल पुष्प में गुड़हल का फूल व नारियल समर्पित कर पूजा अर्चना करें जिससे मां प्रसन्न होंगी।
मां को श्रृंगार है पसंद
मां को श्रृंगार ज्यादा प्रिय है। मां का श्रृंगार कर कोई भी अरदास लगा सकता है। मां पूजन अर्चन से भी प्रसन्न होती हैं। भक्तों के लिए नवरात्र के दिन शुभ माने जाते हैं।
पूजा पंडालों में 19 को स्थापना
19 अक्टूबर को पूजा पंडालों में देवी स्थापना का शुभ मुहुर्त है। स्थापना का मुहुर्त सुबह 10:29 से 11:21 बजे तक है। इस दिन सप्तमी मूल नक्षत्र है इस मुहुर्त में देवी की स्तुति करने वालों को शुभ फल की प्राप्ति होती है।
किस दिन क्या है
- अष्टमी 20 अक्टूबर को होगी इस दिन महानिशा पूजा एवं बलिदान करने का मुहुर्त भी है।
- 21 अक्टूबर को है महाष्टमी का व्रत।
- हवन का शुभ मुहुर्त 21 अक्टूबर की सुबह 8:41 बजे से।
- नवमी 22 अक्टूबर की सुबह 7:11 बजे से लगेगी।