मौत को दावत दे रहे जर्जर तार
गंजमुरादाबाद, संवादसूत्र: आये दिन जर्जर तारों के गिरने से हो रही घटनाओं के बाद भी विद्युत प्रशासन ग
गंजमुरादाबाद, संवादसूत्र: आये दिन जर्जर तारों के गिरने से हो रही घटनाओं के बाद भी विद्युत प्रशासन गंभीर नहीं है। दर्जनों लिखित व मौखिक शिकायत के बाद भी जगह-जगह लटक रहे विद्युत तारों को अब तक बदला नहीं गया। इससे नगर समेत क्षेत्र के लोग मौत के साए में रहने को मजबूर हैं।
करीब पांच दशक पूर्व नगर में विद्युतीकरण का कार्य हुआ था। इन बीच बिजली के तार की तरफ विभाग ने पलट कर नहीं देखा। जबकि उसपर कई गुना अधिक लोड बढ़ गया नतीजा यह तार अत्यंत जर्जर हो चुके हैं। वर्तमान में इनकी हालत यह हो गई है कि करंट चालू होते ही यह कब टूट कर गिर पकड़े कुछ कहा नहीं जा सकता। इससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है। कई बार घटनाएं होने से बची हैं। बीते दिनों नगर के मुख्य मार्ग कालेज रोड पर जर्जर एचटी लाइन का तार गिरने से जहां राजेश यादव, रमेश यादव तथा कल्लू मियां आदि के मकानों में हाईटेंशन विद्युत लाइनों में करंट उतर आया था। वहीं मो. खत्रियाना निवासी पप्पू राठौर के कीमती बकरे की मौत भी इसी करंट की चपेट में आने से हो चुकी है। इसके अलावा बीती 27 जुलाई को क्षेत्र के ग्राम दारापुर में असरफ प्रधान के खेत में एचटी विद्युत लाइन का तार गिरने से खेत में धान की रोपायी कर रही दो महिलाओं सहित नौ किशोरियां करंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस चुकी हैं। लगभग तीन वर्ष पूर्व स्थानीय बस स्टाप चौराहा पर एचटी लाइन का तार गिरने से भवन निर्माण के काम में लगे तीन मजदूरों की करंट की चपेट में आकर मौत हो चुकी है।
इसके बावजूद बिजली विभाग नींद में है। नगर सहित क्षेत्र के गांव में तार गिरने से ताबड़तोड़ घटनाओं के बाद भी जर्जर तारों को बदलना तो दूर उसकी अब तक रूप रेखा तक तय नहीं की गयी है। इससे बिजली के तारों के नीचे रहने वाले और गुरने वाले नागरिकों को में भय व्याप्त रहता है। नगर के डा. सतीश चंद्र दीक्षित, राजेश यादव, मंशाराम यादव आदि ने बताया कि मकान से ऊपर से निकले जर्जर एचटी तारों के खौफ च्े बच्चे छतों पर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाते हैं। बिजली न आने पर भी भीषण गर्मीं में कमरे के अंदर ही सोने को मजबूर हैं।
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जर्जर तारों को बदलने की रिपोर्ट विद्युत विभाग को भेजी जा चुकी है। बजट आने पर तारों को बदलवाया जायेगा।
- विजय कुमार सैनी, अवर अभियंता बांगरमऊ