ठंडक बढ़ी, बेसहारों को रैनबसेरा का सहारा
शुक्लागंज, संवाद सहयोगी : पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से लगातार बढ़ रही ठंड के बाद भी नगर में अभी तक ब
शुक्लागंज, संवाद सहयोगी : पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से लगातार बढ़ रही ठंड के बाद भी नगर में अभी तक बेसहारों के लिए रैनबसेरा में रुकने को समुचित व्यवस्था नहीं की गई है। हाल ही में जिलाधिकारी ने नगर पालिका को रैन बसेरा में गरीबों के रुकने को सभी इंतजाम करने के कड़े निर्देश दिए थे। रात को बढ़ रही भीषण ठंड में बेसहारों के रुकने को पालिका ने भवन के दरवाजे तो खोल दिए पर अभी तक ठंड से बचने को कंबल व पैरा की व्यवस्था नहीं की गई है।
नगर पालिका क्षेत्र में बेसहारों को ठंड से बचाने के लिए सिर्फ एक रैन बसेरा की व्यवस्था है। यह रैन बसेरा नगर पालिका कार्यालय के भवन के साथ में ही जुड़ा हुआ है। कुछ दिनों पहले ही डीएम सौम्या अग्रवाल ने ठंडक बढ़ते ही नगर पालिका को रैनबसेरा में लोगों के रुकने के लिए सभी व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए थे। वर्तमान में रैन बसेरा का गेट तो खोल दिया गया पर अंदर लेटने व सर्दी से बचने के कोई इंतजामात नहीं किए गए हैं। कई बार तो रात को गरीब अंदर जाते हैं पर कोई व्यवस्था न देख वापस चले जाते हैं। रैन बसेरा में पैरा का गट्ठर बांध कर अंदर तो रख दिया गया पर उसे बिछाया नहीं गया। इतना ही नहीं रैन बसेरा में रात गुजारने के लिए लोगों को इसका पता तक नहीं मिल पा रहा है। इस स्थान पर किसी कोई बैनर तक नहीं लगाया गया, जिससे लोगों को रैन बसेरा का पता चल सके।
गंदगी में लेटने को मजबूर बेसहारा
नगर पालिका भले ही बेसहारा लोगों के रुकने का इंतजाम करने के दावे कर रहा हो पर हकीकत इससे इतर है। रैन बसेरा में दो कमरों को रुकने के लिए चिन्हित किया गया है। इन दोनों ही कमरों में इतनी धूल और गंदगी भरी हुई है कि कोई अंदर जाना पसंद न करे। दूसरी तरफ दोनों की कमरों में लगी खिड़कियों के टूटे शीशों से भी सीधी ठंडी हवा अंदर जाती है। इससे भीषण ठंड से बचने का अरमान लेकर आने वाले बेसहारा लोगों की उम्मीदों पर पानी फिर रहा है।
क्या बोले जवाबदेह
'रैनबसेरा में लोगों के रुकने की व्यवस्थाएं कराई जा रही हैं। कंबल की भी व्यवस्था करा दी जाएगी। इसके अलावा अलाव भी जलवा दिए जाएंगे खिड़कियों को अस्थायी व्यवस्था कर बंद करा दिया जाएगा।' - उमेश कुमार मिश्रा, ईओ, नगर पालिका गंगाघाट।