Move to Jagran APP

हम हैं सड़क के सिकंदर

शुक्लागंज, संवादसूत्र : नगर में आवारा जानवरों का आतंक रुकने का नाम नहीं ले रहा है। नगर वर्तमान में आ

By Edited By: Published: Wed, 26 Nov 2014 01:07 AM (IST)Updated: Wed, 26 Nov 2014 01:07 AM (IST)
हम हैं सड़क के सिकंदर

शुक्लागंज, संवादसूत्र : नगर में आवारा जानवरों का आतंक रुकने का नाम नहीं ले रहा है। नगर वर्तमान में आवारा सांड़, सुअर, गाय, कुत्ते व बंदरों की शरणस्थली बना हुआ है। आए दिन जानवर राहगीरों के लिए मुसीबत का सबब बन रहे हैं। दूसरी ओर नगर पालिका अब तक इन पर लगाम कसने के लिए कोई इंतजामात नहीं कर सकी है। वर्ष 2007 में आवारा जानवरों पर लगाम कसने के लिए कांजी हाउस का प्रस्ताव रखा गया था। तब से आज तक कांजी हाउस का निर्माण सिर्फ कागजों पर ही होता रहा है।

loksabha election banner

करीब एक लाख की जनसंख्या वाले नगर पालिका क्षेत्र में एक भी कांजी हाउस न होने के कारण यहां के रहने वाले लोगों को आए दिन दुर्घटनाओं का शिकार होना पड़ रहा है। दो वर्ष पूर्व आनन्द नगर निवासी वृद्ध की सांड़ के पटकने से मौत हो गई थी। इससे पूर्व भी सैकड़ों राहगीर आवारा सांड़ों के पटकने से घायल हो चुके हैं। यही हाल आवारा कुत्तों, सुअरों और बंदरों का भी है। आए दिन बंदरों के काटने की घटनाएं भी नगर में आम हो चुकी हैं। हालांकि पालिका अध्यक्ष हर बार नगर में कांजी हाउस के निर्माण व कैटिल कै¨चग दस्ते के गठन की बात कही लेकिन वह भी आज तक पूरी नहीं हो सकी।

नगर में जानवरों की स्थिति

-आवारा कुत्तों की संख्या 4000

-आवारा पशुओं की संख्या 2500

-सुअरों की संख्या 1800

-बकरी व खच्चर की संख्या 950

वर्ष 2007 में आवारा जानवरों की गणना के अनुरूप

यह नगर की जनता के लिए बहुत विकराल समस्या है जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रहीं हैं। जल्द ही कांजी हाउस का निर्माण शुरू करा दिया जाएगा। उमेश चंद्र मिश्रा, ईओ, नगर पालिका गंगाघाट


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.