हम हैं सड़क के सिकंदर
शुक्लागंज, संवादसूत्र : नगर में आवारा जानवरों का आतंक रुकने का नाम नहीं ले रहा है। नगर वर्तमान में आ
शुक्लागंज, संवादसूत्र : नगर में आवारा जानवरों का आतंक रुकने का नाम नहीं ले रहा है। नगर वर्तमान में आवारा सांड़, सुअर, गाय, कुत्ते व बंदरों की शरणस्थली बना हुआ है। आए दिन जानवर राहगीरों के लिए मुसीबत का सबब बन रहे हैं। दूसरी ओर नगर पालिका अब तक इन पर लगाम कसने के लिए कोई इंतजामात नहीं कर सकी है। वर्ष 2007 में आवारा जानवरों पर लगाम कसने के लिए कांजी हाउस का प्रस्ताव रखा गया था। तब से आज तक कांजी हाउस का निर्माण सिर्फ कागजों पर ही होता रहा है।
करीब एक लाख की जनसंख्या वाले नगर पालिका क्षेत्र में एक भी कांजी हाउस न होने के कारण यहां के रहने वाले लोगों को आए दिन दुर्घटनाओं का शिकार होना पड़ रहा है। दो वर्ष पूर्व आनन्द नगर निवासी वृद्ध की सांड़ के पटकने से मौत हो गई थी। इससे पूर्व भी सैकड़ों राहगीर आवारा सांड़ों के पटकने से घायल हो चुके हैं। यही हाल आवारा कुत्तों, सुअरों और बंदरों का भी है। आए दिन बंदरों के काटने की घटनाएं भी नगर में आम हो चुकी हैं। हालांकि पालिका अध्यक्ष हर बार नगर में कांजी हाउस के निर्माण व कैटिल कै¨चग दस्ते के गठन की बात कही लेकिन वह भी आज तक पूरी नहीं हो सकी।
नगर में जानवरों की स्थिति
-आवारा कुत्तों की संख्या 4000
-आवारा पशुओं की संख्या 2500
-सुअरों की संख्या 1800
-बकरी व खच्चर की संख्या 950
वर्ष 2007 में आवारा जानवरों की गणना के अनुरूप
यह नगर की जनता के लिए बहुत विकराल समस्या है जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रहीं हैं। जल्द ही कांजी हाउस का निर्माण शुरू करा दिया जाएगा। उमेश चंद्र मिश्रा, ईओ, नगर पालिका गंगाघाट