सरकार की वादाखिलाफी पर शिक्षकों में रोष
उन्नाव, जागरण संवाददाता : अधिनायकवादी सोच के कारण माध्यमिक शिक्षकों की समस्या का समाधान नहीं हो पा र
उन्नाव, जागरण संवाददाता : अधिनायकवादी सोच के कारण माध्यमिक शिक्षकों की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। तदर्थ शिक्षकों का भी विनियमितीकरण व वित्तविहीन शिक्षकों को लेकर भी सरकार वादा खिलाफी कर रही है। सरकार स्तर पर वार्ता के बाद मांगों को पूरा करने का आश्वासन देने के बाद भी टालमटोल का रवैया अपनाए है।
उक्त विचार माध्यमिक शिक्षक संघ के 53वें जिला सम्मेलन में प्रदेश के शिक्षक नेताओं ने व्यक्त किए। प्रकाश गेस्ट हाउस में शनिवार को पूर्वाह्न सम्मेलन का शुभारंभ संगठन के ध्वजारोहण व दीप प्रज्जवलन से प्रांतीय महामंत्री पूर्व एमएलसी लवकुश कुमार मिश्र ने किया। उन्होंने शिक्षक समस्याओं को लेकर संघर्ष का आह्वान किया। कहा कि जब तक अपनी मांगों को पूरा नहीं करवा लेते तब तक शिक्षक संघर्ष करता रहेगा।
संघ के प्रांतीय संरक्षक व विधान परिषद निर्दल समूह के नेता राजबहादुर ¨सह चंदेल ने कहा कि हमने सड़क से सदन तक शिक्षक साथियों के हितों के लिए संघर्ष करने का वीणा उठा रखा है। उन्होंने इस मौके पर दिवंगत एमएलसी जगेंद्र स्वरूप के योगदान की भी याद दिलाई। सेवानिवृत्त शिक्षकों में नई पीढ़ी को दिशा देकर संगठन में सहयोग की अपील की। माशिप. के पूर्व सदस्य कमलेश नाथ अवस्थी ने वित्तविहीन शिक्षकों का दर्द रखा। धीरेंद्र कुमार शुक्ला व रमाशंकर मिश्रा ने शिक्षक एकता पर बल दिया।
इस अवसर पर 48 माध्यमिक विद्यालयों के सेवानिवृत्त लगभग 100 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय व राज्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षक भी शामिल हैं। रानी लक्ष्मी बाई इंटर कालेज की छात्राओं ने अतिथियों का स्वागत किया। सम्मेलन में प्रमुख रूप से शिक्षक नेताओं में वीरेंद्र विक्रम ¨सह, हेमलता त्रिवेदी, कांती ¨सह, सुरेंद्र ¨सह, योगेश दीक्षित, पवन त्रिवेदी, राजेश भारती, विकासिनी श्रीवास्तव, विनय चौरसिया, मदन मोहन शुक्ला आदि थे। अध्यक्षता विनोद कृष्ण शर्मा व संचालन देव स्वरूप त्रिवेदी ने किया।