छात्राओं को शौच के लिए जाना पड़ता बाहर
शुक्लागंज, संवाद सहयोगी : गंगाघाट क्षेत्र में स्थित प्राइमरी व जूनियर विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं को शौचालयों की समुचित व्यवस्था न होने के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। किसी विद्यालय में जगह के अभाव में शौचालयों का निर्माण नहीं हो सका तो कुछ में शौचालय तो बने हैं पर साफ सफाई के नाम पर कोई काम नहीं होता है।
मिश्रा कालोनी स्थित खैरहा एहतमाली प्राथमिक विद्यालय में कुछ 240 छात्र छात्राएं पढ़ते हैं और विद्यालय में जगह न होने के कारण सिर्फ शौचालय का निर्माण कराया गया है और उसमें भी बच्चों को शौच के लिए नहीं भेजा जाता। विद्यालय की प्रधान अध्यापिका मंजू यादव का कहना है कि विद्यालय में चार कमरे मौजूद हैं और पांचवे कमरे का निर्माण जगह न हो पाने के कारण नहीं हो पा रहा है और इसी कारण वश शौचालय का भी निर्माण नहीं कराया जा रहा। विद्यालय के अंदर स्थित किचन के पास स्थित एक शौचालय है, जिसमें शौच के लिए बच्चों को नहीं भेजा जाता। बालिकाओं को लद्युशंका के लिए यहां भेज देत हैं। जबकि, बालकों को विद्यालय के बाहर जाना पड़ता है। प्रधान शिक्षिका के अनुसार बालिकाओं को शौच लगने पर पास स्थित सुलभ शौचालय भेज देतीं और उनकी सुरक्षा के लिए भी किसी न किसी को साथ में भेजती हैं। शिक्षिका ने बताया कि वर्ष 2008 में ब्लाक से प्रधान के खाते में शौचालय के निर्माण के लिए राशि आई थी, पर जगह न होने के कारण ही न तो निर्माण कार्य हुआ और राशि भी वापस चली गई। विद्यालय में पढ़ने वाली कक्षा पांच की चंदा व सुनैजी ने बताया कि शौच के लिए उन्हें स्कूल से बाहर स्थित सुलभ शौचालय में जाना पड़ता है।
इसी तरह गगनीखेड़ा स्थित प्राइमरी विद्यालय में एक मात्र शौचालय का गेट ही टूटा हुआ है, जिससे किसी बालक या बालिका की प्राइवेसी को खतरा हमेशा बना रहता है। पास में ही स्थित जूनियर विद्यालय में दो शौचालयों का निर्माण कराया गया है पर एक में हमेशा ताला बंद रहता है, जिससे ज्यादा गंदगी न फैल सके। प्राइमरी में कुल 135 बच्चे हैं, जिसमें से 72 बालिकाएं हैं और एक मात्र शौचालय के कारण कई बार बालिकाओं को बाहर भी शौच के लिए जाना पड़ जाता है।