तीन अन्य मामलों की जांचें भी लोकायुक्त में लंबित
शुक्लागंज, संवाद सहयोगी : नगर पालिका गंगाघाट के पालिका अध्यक्ष की मुसीबतें अभी कम होती नहीं दिखाई पड़ रही हैं। शिकायतकर्ताओं की मानें तो स्ट्रीट लाइट की खरीद फरोख्त में घोटाला करने के आरोप में लोकायुक्त की जांच रिपोर्ट में दोषी पाए गए पालिका अध्यक्ष के खिलाफ तीन अन्य मामलों की जांच भी लोकायुक्त में लंबित पड़ी हुई है। अन्य तीन मामलों में भी पालिका अध्यक्ष पर ठेकेदारों के साथ सांठगांठ कर लाखों रुपए के घालमेल का आरोप लगाया गया था।
घालमेल करने में नहीं छोड़ी कोई कसर
नगर पालिका को विकास कार्यो के लिए मिलने वाले विभिन्न मदों की राशि में घालमेल करने में पालिका अध्यक्ष द्वारा कोई कसर नहीं छोड़ी गई। इसके फलस्वरूप पालिका अध्यक्ष मनोज गुप्ता के लगभग ढाई साल के कार्यकाल में कभी सभासद तो कभी आम नागरिक और कभी ठेकेदार ही उन पर घालमेल करने का आरोप लगा हंगामा काटते रहे। पालिका अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार का आरोप भी पालिका में लगते रहे। कई बार कुछ अज्ञात लोगों ने पालिका में इसके विरोध में तोड़फोड़ की तो कभी उन्हें गंदी गालियां लिख कर पत्र तक भेजे गए।
इन मामलों में लटकी जांच रिपोर्ट
1-शिकायतकर्ता के अनुसार पालिका अध्यक्ष द्वारा हाईमास्ट लाइट की खरीद फरोख्त में भी घपलेबाजी का आरोप लगाया गया है। इस मामले में लगभग 60 हजार रुपए कीमत की एक हाईमास्ट लाइट को करीब एक लाख 60 हजार रुपए में खरीदा गया। इस मामले में भी जांच लोकायुक्त में लंबित है।
2-पालिका द्वारा राजधानी मार्ग पर सुलभ शौचालय से लेकर गुनगुन पीसीओ तक इंटरलाकिंग के लिए करीब 12 लाख का टेंडर किया गया। जबकि, यहां किसी प्रकार का निर्माण नहीं कराया गया और इस जगह निर्माण कार्य कराने के नाम पर करीब 22 लाख रुपयों की घपलेबाजी की गई। हाल ही में इसी जगह का दोबारा नाम बदल कर टेंडर कर दिया गया, जिसका विरोध कर शिकायतकर्ताओं ने लोकायुक्त को अवगत कराया।
3-कीटनाशक दवा की खरीद फरोख्त में हजारों रुपए का घालमेल की शिकायत की गई। इस मामले में जिन दवाओं को नि:शुल्क प्राप्त किया गया उनका भी पैसा पालिका के खाते से निकाल लिया गया।