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चेतावनी बिंदु पार, गंगा बढ़ी खतरे की ओर

By Edited By: Published: Wed, 20 Aug 2014 05:55 PM (IST)Updated: Wed, 20 Aug 2014 05:55 PM (IST)

शुक्लागंज, संवाद सहयोगी: सोमवार की रात से बढ़ना शुरू हुआ जलस्तर मंगलवार की रात को चेतावनी बिंदु पार कर गया। रातों रात बढ़े जलस्तर से कटरी वासियों में खलबली मची हुई है। बाढ़ का पानी कटरी के बाहरी इलाकों में घुस चुका है और यहां पर रहने वाले लोग भी अपने घरों को छोड़ कर सुरक्षित स्थानों की ओर रुख कर चुके हैं। बुधवार को चेतावनी बिंदु पार होने के बाद नगर के नवीन बाढ़ केंद्र का दोबारा ताला खोल कर यहां शरण लेने आने वाले लोगों के लिए बिजली की व्यवस्था भी करा दी गई है। प्रशासन की ओर लेखपाल की तैनाती भी कर दी गई है, जो पल-पल की जानकारी अधिकारियों तक पहुंचा रहे हैं।

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सोमवार की रात से बढ़ना शुरू हुए जलस्तर ने इस साल पहली बार चेतावनी बिंदु पार कर लिया है। बुधवार की सुबह जलस्तर दो सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ता रहा जो बाद में एक सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ने लगा। लगातार बढ़ रहे जलस्तर से बाढ़ की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल, तहसील प्रशासन की ओर से अलर्ट जारी करते हुए घाटों और कटरी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को किसी सुरक्षित स्थान में शरण लेने की सलह दी है।

घाटों व कटरी में भीषण कटान

बाढ़ का पानी बढ़ने के साथ ही घाटों व कटरी क्षेत्र में कटान तेज हो गई है। बुधवार को एसडीएम सरजू प्रसाद शुक्ला ने घाटों पर मौका मुआयना कर यहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी है। उन्होंने लेखपाल रामनरायण पाल को पुराना व नवीन बाढ़ केंद्र खुलवा कर लोगों के ठहरने की व्यवस्था करने को निर्देशित किया है।

भुगतान न होने से नाविकों ने किया बहिष्कार

पिछले वर्ष चेतावनी बिंदु पार होने पर एक दर्जन से अधिक नावों को बाढ़ ग्रस्त इलाकों में लगाया गया था। नाविकों के अनुसार उन्हें एक साल बीत जाने के बाद भी प्रशासन की ओर से उनके मेहनताने का भुगतान नहीं किया गया है। इस बार चेतावनी बिंदु पार होने के बाद जब प्रशासन ने नाविकों से मदद मांगी तो उन्होंने भुगतान न होने की बात बता कर नावों को तैनात करने से इंकार कर दिया। एसडीएम ने नाविकों की समस्या सुन कर उन्हें जल्द भुगतान किए जाने का आश्वासन दिया है। लेखपाल ने बताया कि नाविकों के मेहनताने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं और फाइल एडीएम कार्यालय तक पहुंचाई जा चुकी है, जल्द ही नाविकों को 310 रुपए प्रति दिन के हिसाब से भुगतान करा दिया जाएगा।

घाट किनारे बना मकान ढहा

यातायात पुल के नीचे पक्का घर बना कर रहने वाले सुरेंद्र कुमार गुप्ता पत्र छोटे लाल ने बताया कि वह काफी समय से यहां रह रहे थे और पास में स्थित दुकान चला कर अपना पेट पाल रहे थे। मंगलवार की रात को कटान तेज होने से घर का निचला हिस्सा बाढ़ के पानी में बह गया और पीछे की दीवार भी ढह गई। देर रात दीवार गिरने की आवाज सुन कर सो रहे परिजनों की आंख खुल गई और सभी आनन फानन में घर से बाहर की ओर भाग कर जान बचाई। मौके पर पहुंचे एसडीएम ने पीड़ित परिवार को पुराने बाढ़ केंद्र में शरण लेने की सलह दी है।

नाले से आ रहा पानी

मिश्राकालोनी में निर्मित नवीन नाले से बाढ़ का पानी वापस मुहल्ले की ओर आने लगा है। मुहल्ला वासियों को इस बात की दहशत है कि बाढ़ का पानी बढ़ने पर पानी इसी नाले के माध्यम से उनके घरों और गलियों में घुस जाएगा। फिलहाल पानी नाले से बैक मारने लगा है।

एक नजर बढ़ते जलस्तर पर

समय जलस्तर मीटर

सुबह 8 बजे 112.170

सुबह 10 बजे 112.210

दोपहर 12 बजे 112.230

शाम 4 बजे 112.270

नोट- केंद्रीय जल आयोग के अनुसार नगर में चेतावनी बिंदु 112 मीटर व खतरे का निशान 113 मीटर पर है। जलस्तर को बढ़ते देख जल्द ही खतरे के निशान तक जल पहुंचने का आंकलन लगाया जा रहा है।


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