गलत इंजेक्शन लगने से बच्चे को हुआ फोड़ा
उन्नाव, जागरण संवाददाता : सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही की आए दिन होने वाली शिकायतों को अधिकारी सुनी अनसुनी किए रहते हैं। इसका खमियाजा मरीजों को भुगतना पड़ता है।
जानकारी के अनुसार थाना बीघापुर के गांव महाई निवासी धर्मराज की पत्नी रेखा को प्रसव पीड़ा होने के बाद 21 जुलाई को अचलगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जहां उसने लड़के को जन्म दिया। प्रसव के बाद एक महिला स्वास्थ्य कर्मचारी ने नवजात शिशु को कुल्हे पर दो इंजेक्शन लगाए। जल्दबाजी में गलत इंजेक्शन लगने से बच्चे के एक कूल्हे में दो जगह फोड़ा बन गए। नवजात को लेकर मां-बाप शुक्रवार मध्याह्न जिला अस्पताल लेकर आए। इमरजेंसी मेडिकल आफीसर डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बच्चे को देखने के बाद उसके अभिभावकों को बताया कि फोड़ा बन चुका है। इसमें पस पड़ गया है। इसलिए इसका आपरेशन होगा। आपरेशन बाल रोग सर्जन करेंगे जो कानपुर में संभव है। नवजात शिशु के पिता धर्मराज ने बताया कि महिला स्वास्थ्य कर्मी की लापरवाही से बच्चे की जान खतरे में पड़ी है। सीएचसी प्रभारी डॉ. केके आदिम ने इस तरह के किसी मामले की जानकारी होने से इन्कार किया है।