सड़क के गड्ढों में फंसकर पलटते खड़खड़े
शुक्लागंज, संवाद सहयोगी : नगर की कुछ प्रमुख सड़कों का हाल इस कदर बेहाल है कि यह पता ही नहीं चल पाता कि सड़क पर गढ्डे हैं या फिर गढ्डों में सड़क है। मिश्रा कालोनी को जाने वाली अति व्यस्ततम सड़क इस बात का सजीव उदाहरण है। सालों से इसी मार्ग पर राहगीर हिचकोले खाकर चलने का मजबूर हैं और विभाग की ओर से अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
बता दें कि रेलवे क्रासिंग के ज्यादातर समय तक बंद रहने के कारण सारा यातायात इसी सड़क से होता हुआ गांधी चौक झंडे वाले चौराहे से मुड़कर गंगापुल पार करता है और कमोवेश यही दशा कानपुर से उन्नाव की ओर जाने वाले यातायात की रहती है। रोजाना इस सड़क के बड़े-बड़े गढ्डों में फंसकर कहीं खड़खड़े पलटते हैं तो कभी भार लदे वाहन खराब हो जाते हैं, जिसकी वजह से जाम की स्थिति पैदा हो जाती है। स्थानीय लोगों ने बताया कि सालों से यह सड़क गढ्डों में गुम सी हो गई है। इसे बनवाने के लिए कई बार पीडब्लूडी विभाग के अधिकारियों से लेकर नगर पालिका तक के अधिशासी अधिकारी से शिकायत की गई लेकिन सभी ने इस ओर से मुंह फेर लिया और अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया। इन लोगों का कहना है कि इसी रास्ते से रोजाना लाल-नीली बत्ती लगी दर्जनों गाड़ियां आवागमन करती हैं। इसके अलावा गंभीर मरीज तक इसी सड़क से एंबुलेंस गाड़ियों द्वारा लाए व ले जाए जाते हैं। इनकी मानें तो कभी कभार तो एंबुलेंस गाड़ियों के इन गढ्डों में पड़ते ही मरीजों तक की चीख निकल पड़ती है। जनप्रतिनिधियों के प्रति जहर उगलते हुये यहां के स्थानीय लोगों ने कहा कि यदि यहां के माननीय जन चाह लेते तो बरसों पहले ही इस सड़क का कायाकल्प हो जाता लेकिन उन्हें जनता की फिकर ही नहीं है।