शोधार्थी छात्रों के निष्कासन से अजाविप में उबाल
सुलतानपुर : डॉ.भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ कैंपस से आठ दलित शोधार्थी छात्रों के निष्कासन से अन
सुलतानपुर : डॉ.भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ कैंपस से आठ दलित शोधार्थी छात्रों के निष्कासन से अनुसूचित जाति जनजाति विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त हो गया है। सोमवार को दर्जनों की संख्या में सड़क पर उतरे कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। कलेक्ट्रेट के सामने कुलाधिपति का पुतला फूंक विरोध प्रदर्शन किया। जिलाधिकारी से माध्यम से राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन प्रेषित करके निष्कासित छात्रों के बहाली की मांग उठाई।
अनुसूचित जाति जनजाति विद्यार्थी परिषद के जिला प्रभारी सुमेर ¨सह भारती की अध्यक्षता में विकास भवन के समक्ष स्थित अंबेडकर प्रतिमा के समक्ष कार्यकर्ताओं ने बैठक की। भारती ने कहाकि गत दिनों रिसर्च छात्र अजय कुमार श्रेयात बौद्ध, संदीप शास्त्री, संदीप गौतम, रमेंद्र नरेश, जय¨सह, अश्वनी रंजन व सुमित कुमार को बिना दोष सिद्ध हुए डॉ.बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा निष्कासित कर दिया गया। यह कार्रवाई कुलाधिपति नवजीवन लाल लखनपाल, कुलपति आरसी सोबती, प्रो.कमल जायसवाल एवं प्राक्टर प्रो.रामचंद्र आदि की मिलीभगत से की गई है। बीबीए विश्वविद्यालय आठ दलित छात्रों के भविष्य के साथ जिस तरीके से खिलवाड़ कर रहा है, उससे कभी न कभी हैदराबाद विश्वविद्यालय की भांति अप्रिय घटना घटित हो सकती है। चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के अंदर निष्कासित छात्रों को बहाल नहीं किया गया तो अनिश्चितकालीन प्रदेश व्यापी आंदोलन छेड़ने को बाध्य होगा। इसके बाद परिषद कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। इस मौके पर अंबिकेश भारती, रमेश भारती, प्रदीप शाही, राजेश प्रताप कोरी, अजय प्रताप कोरी, मंगल कोरी, हरिओम हैरी, अजय राना, विपिन कुमार, शैलेंद्र कुमार, सूरज कुमार गौतम, प्रमोद कुमार, आदित्य कुमार आदि मौजूद रहे।