शहीदों के परिवार की करें मदद
सुलतानपुर : किसी परिवार के शहीद वीर सपूत को वापस नहीं लौटाया जा सकता, परंतु उस परिवार के लोगों की म
सुलतानपुर : किसी परिवार के शहीद वीर सपूत को वापस नहीं लौटाया जा सकता, परंतु उस परिवार के लोगों की मदद करके उनका दुख बांटा जा सकता है। शहीदों के परिवार को हर स्तर से मदद की जानी चाहिए। हर त्योहार पर दिवंगत जवानों के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। उनके परिवार को वहां बुलाकर खुशियां बांटनी चाहिए। ऐसे कार्यक्रम में जनता को भी आमंत्रित किया जाए ताकि लोगों में देश की सुरक्षा और प्रेम की भावना बढ़ाई जा सके।
--रणवीर ¨सह, शिक्षक
दुख-सुख में रहें साथ
देश के लिए लड़ते-लड़ते शहीद हो जाना गर्व की बात है। वीर सपूतों की शहादत पर फº जताने मात्र से ही हमारी जिम्मेदारी पूरी नहीं हो जाती। उन परिवारों से पूछिए.जिनके लाल देश की सुरक्षा करते जान गंवा देते हैं। अनमोल सदस्य को खोने के बाद भी वे विचलित होते। हमारा दायित्व है कि उनके दुख-सुख में साथ रहें। उनके परिवार पर प्यार लुटाएं। शहीदों की याद के उपलक्ष्य में जो भी कार्यक्रम हों उसमें लोग बढ़चढ़ कर हिस्सा लें और कुनबे की मदद के लिए हाथ बढ़ाएं।
-ज्ञानप्रकाश जायसवाल, समाजसेवी