करौंदिया का रास्ता बंद, आठ लाख की आबादी परेशान
सुलतानपुर : नगर क्षेत्र की करीब आधी आबादी और बल्दीराय तहसील के पांच लाख से अधिक लोगों के लिए जिला मु
सुलतानपुर : नगर क्षेत्र की करीब आधी आबादी और बल्दीराय तहसील के पांच लाख से अधिक लोगों के लिए जिला मुख्यालय पहुंचने का रास्ता बिना उचित वैकल्पिक मार्ग दिए अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया। पुलिस लाइन स्थित रेलवे क्रॉ¨सग के दोनों ओर लोहे के डिवाइडर लगाकर उसे वे¨ल्डग कर दिया गया। इस रास्ते से अब दोपहिया की कौन कहे, पैदल भी नहीं निकला जा सकता। सबसे ज्यादा दिक्कत स्कूली बच्चों, मरीज-तीमारदारों और आम आदमी को हो रही है। समस्या बड़ी है। प्रशासन पूरे मामले से अवगत है। बावजूद संवेदनहीनता बरती जा रही है। ऐसे में करौंदिया की ओर कोई घटना-दुर्घटना होने पर आपातकालीन सेवाएं भी मुहैया नहीं हो सकेंगी।
यहां के लोग हैं प्रभावित
बल्दीराय तहसील के वल्लीपुर, रसूलपुर, पारा, तेरहुंत, बघौना, लंगड़ी, कुड़वार, इसौली, सुरेश नगर, सरैया माफी इलाके के लाखों लोगों का जिला मुख्यालय पुलिस लाइन क्रॉ¨सग होकर ही आना होता है। उन इलाकों के लाखों लोगों को करीब 20 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर करना पड़ रहा है। जिला मुख्यालय आने के लिए तहसील के लोग कुड़वार बाजार से ब्लाक रोड और अझुई गांव होते हुए लखनऊ-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग से इस्लामगंज होकर जाने की परेशानी उठा रहे हैं। वहीं नगर के करौंदिया, विवेकनगर, घोसियाना, निरालानगर, शंकरपुरम, आदर्शनगर आदि वार्डों के लोग भी रास्ते के लिए बेहाल हैं।
बोले जनप्रतिनिधि
मैं प्रशासन से उचित वैकल्पिक मार्ग दिलाने की अपील करता हूं। यद्यपि रास्ता न मिलने पर स्थानीय लोगों की मदद में हर पल उनके साथ रहूंगा। जरूरत पड़ी तो आंदोलन भी किया जाएगा।
-अनूप संडा, विधायक
सुलतानपुर
प्रशासन ने जो रास्ता दिया है वह कतई उचित नहीं है। जिलाधिकारी से स्थानीय लोगों की वार्ता कराने के लिए प्रयासरत हूं। वैकल्पिक मार्ग अवश्य मिलना चाहिए।
प्रवीण अग्रवाल, अध्यक्ष नगर पालिका, सुलतानपुर
बिना वैकल्पिक रास्ता दिए क्रॉ¨सग बंद करना संवेदनहीनता से कम नहीं है। मरीज, तीमारदार, बच्चे आने-जाने के लिए परेशान हो रहे हैं। प्रशासन को रास्ता देना ही होगा।
-संजय कप्तान, पूर्व सभासद विवेकनगर
क्रॉ¨सग के इस और उस पार के अधिकांश बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। कुछ बच्चे जान जोखिम में डालकर रेल लाइन कूदते हुए जाते हैं। उनके साथ कभी भी हादसा हो सकता है। प्रशासन को इस पर संज्ञान लेना चाहिए।
-प्रेम श्रीवास्तव, समन्वयक कमला विद्या मंदिर।
बढ़ैयावीर से लाईमंडी होकर सीधे संस्कृत पाठशाला तक वैकल्पिक मार्ग निकाला जा सकता है। अगर यहां से रास्ता नहीं निकाला गया तो परेशानी और बढ़ सकती है।
मो.युनूस सभासद, आदर्शनगर
प्रशासन ने अभी तक जो वैकल्पिक रास्ता सुझाया है, वह महज आठ फुट का रोड है। इस पर न तो स्कूली बसें जा सकती हैं और न ही एंबुलेंस व पुलिस के वाहन। ऐसे में आपातकालीन समय में जरूरतमंदों की मदद भी नहीं हो सकेगी।
- सुधीर तिवारी, सभासद प्रतिनिधि निरालानगर।
वैकल्पिक मार्ग न होने से आपातकालीन सेवाएं प्रभावित हैं। जिससे लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं पोस्टमार्टम हाउस तक शव ले जाने में मृतक के परिवारीजनों को कई किमी अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ रहा है।
-पवन सोनकर, सभासद करौंदिया