सड़कें खाली नहीं कहां चलें साहब..
सुलतानपुर : जिले में जाम की समस्या यूं ही नहीं है। सड़कें खाली नहीं है। वाहन से चलने को कौन कहे पैदल
सुलतानपुर : जिले में जाम की समस्या यूं ही नहीं है। सड़कें खाली नहीं है। वाहन से चलने को कौन कहे पैदल भी नहीं चला जा सकता। कहीं न कहीं इसके जिम्मेदार आम नागरिक ही हैं। जैसे सडकों पर खड़े वाहन, चलती बि¨ल्डग मेटेरियल की दुकानें तो कहीं नाली न होने से बरसात का पानी सड़कों पर ही भरा है। जागरण ने नगर प्रमुख चौराहों का हाल लिया प्रस्तुत है एक रिपोर्ट..।
साहबों के दफ्तर की सड़क बनी वाहन स्टैंड
नगर के नार्मल चौराहे के बगल बेसिक शिक्षा अधिकारी का दफ्तर है। इसी में जिला विदयालय निरीक्षक का भी कार्यालय है। ऐसे में काउंसि¨लग के अलावा बड़ी तादाद में शिक्षक, कर्मी कामकाज के सिलसिले में यहां आते हैं। परिसर में जगह न होने से अपने वाहन सड़क किनारे ही खड़ा कर दिन-दिनभर गायब रहते हैं। जिससे यहां हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है। जबकि इसी मार्ग से लोग राहुल चौराहा, सिरवारा मार्ग, लालडिग्गी, डाकखाना चौराहा आदि प्रमुख स्थानों के लिए आते-जाते हैं। जिससे लोगों को काफी परेशानी होती है।
सड़क पर चल रही भवन निर्माण सामग्री की दुकान
सुलतानपुर से कुड़वार मार्ग पर पुलिस लाइन के बगल मुख्य मार्ग पर अर्से से ही सड़क पर भवन निर्माण सामग्री की दुकान सजी है। जबकि इस मार्ग से होकर लोग कुड़वार के अलावा, बल्दीराय, हलियापुर होकर कुमारगंज फैजाबाद तक यात्री सफर करते हैं। आए दिन लोग मोरंग व गिट्टी के ढेर में फंसकर चोटिल होते हैं। जिसके चलते जाम भी लगा रहता है।
इनसेट..गंदे पानी के बीच आवागमन कर रहे लोग
लालडिग्गी चौराहे से केएनआईसी होकर एमजीएस चौराहा जाने वाले मार्ग पर जिला कांग्रेस कमेटी दफ्तर के बगल इ दिनों सड़क पर ही बरसात का पानी जमा है। कीचड़ से सराबोर होकर मुहल्लेवासी व अन्य राहगीर आवागमन करने को मजबूर हैं। जलभराव का सबसे बड़ा कारण नालियों पर कब्जा कर लिए जाने के कारण हल्की सी बरसात में यहां झील सा नजारा देखने को मिलता है।