आंदोलन की राह पर धनगर समुदाय
सुलतानपुर : अनुसूचित जाति का दर्जा दिए जाने को लेकर अब धनगर समुदाय ने भी आंदोलन का रुख अख्तियार कर
सुलतानपुर : अनुसूचित जाति का दर्जा दिए जाने को लेकर अब धनगर समुदाय ने भी आंदोलन का रुख अख्तियार कर लिया है। मूलत: पाल जाति की उपजाति है धनगर। इस समुदाय के लोगों ने अखिल भारतीय धनगर महासभा के बैनर तले तिकोनिया पार्क में शुक्रवार को धरना दिया। आठ सूत्री मांगपत्र जिलाधिकारी को सौंपा और कार्रवाई की मांग की गई।
राममूर्ति पाल, तेरसराम पाल, रामजीत पाल आदि जिला एवं मंडल पदाधिकारियों की अगुआई में धनगर महासभा के कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट के सामने तिकोनिया पार्क में एकत्र हुए। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि तहसीलदारों द्वारा धनगर जाति के लोगों को अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र दिया जाना चाहिए। महासभा पदाधिकारियों ने दावा किया कि प्रदेश सरकार ने सन 2013 में ही धनगरों को अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र दिए जाने का शासनादेश जारी किया था, लेकिन अफसर इसका पालन नहीं कर रहे हैं। संगठन के अध्यक्ष जेपी धनगर ने कहा कि एक माह के भीतर प्रदेश सरकार धनगरों को अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र प्रदान करे। उसके बाद संगठन एकजुट होकर आगे की रणनीति तय करेगा। धनगर अधिकार स्वाभिमान रथ पूरे प्रदेश में निकाला जाएगा। जेपी धनगर ने दावा किया कि प्रदेश में धनगरों की संख्या 1 करोड़ 60 लाख है। बावजूद इसके शासन सत्ता एवं मंत्रिमंडल में इस समुदाय को पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं दिया जा रहा है। एक अदद राज्यमंत्री हैं, जिन्हें महत्वहीन विभाग प्रदान किया गया है। पूर्वांचल प्रभारी बाबूराम धनगर ने कहा कि एक माह के अंदर अनुसूचित प्रमाण पत्र नहीं मिला तो हम देश व्यापी आंदोलन छेड़ेंगे। रामधारी धनगर, रमेश पाल, डॉ.बैजनाथ, विजय बहादुर पाल, राजकुमार, रामसजीवन, अमिताभ, राममूर्ति आदि ने भी धरने को संबोधित किया। तदुपरांत अपराह्न मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को प्रेषित किया। जिसमें शीघ्र प्रभावी कदम उठाए जाने की मांग की गई।