फिर आया भूडोल, हिला गया जिला
सुल्तानपुर : ठीक चौबीस घंटे बाद दहशत लेकर भूडोल फिर आ गया। कुछ ही सेकेंडों का जरूर रहा लेकिन दिल दहल
सुल्तानपुर : ठीक चौबीस घंटे बाद दहशत लेकर भूडोल फिर आ गया। कुछ ही सेकेंडों का जरूर रहा लेकिन दिल दहला गया। हालांकि इसकी तीव्रता भी शनिवार की अपेक्षा बेहद कम रही। लेकिन लोग चूंकि भूकंप के खौफ से पहले से ही सहमे थे। ऐसे में रविवार का हिचकोला उनका चैन छीन ले गया। फिर वही सब लोग खुली जगहों पर भागे, पार्को में जाकर बैठे। अस्पतालों में भी कुछ क्षण के लिए वही मंजर दिखा। ग्रामीण इलाके में कई जगह दीवारें दरकी। एक कच्चा घर भरभरा कर दिया। अफरा-तफरी में भागने वालों में एक महिला समेत दो लोग घायल हो गए।
इनसेट.. फिर वार्डो से बाहर आए मरीज
सुल्तानपुर : भूकंप का झटका महसूस होते ही जिला अस्पताल के विभिन्न वार्डो में भर्ती मरीज एक बार फिर बाहर आ गए। सैफुल्लागंज निवासी मिठाई लाल (80) कल सुबह से ही जिला अस्पताल में भर्ती हैं। बीमारी से ज्यादा उन्हें भूकंप के झटके परेशान कर रहे हैं। कहते हैं कि रात भर भूकंप के डर से नींद नहीं आई। दोपहर में कंपन महसूस हुआ तो परिवारीजनों ने उन्हें वार्ड से बाहर लाकर खुले आसमान के नीचे जमीन पर लिटा दिया। तेज बुखार से पीड़ित कटका खानपुर निवासी इंद्रावती मिश्रा शनिवार शाम से अस्पताल में भर्ती हैं। भूडोल का एहसास होते ही वे वार्ड से बाहर निकल आई। इसी तरह से दर्जनों मरीज डर के मारे अस्पताल भवन से बाहर निकलते देखे गए।
इनसेट.अफरा-तफरी में दो महिलाओं सहित तीन घायल
करीब चौबीस घंटे से भूकंप के खौफ ने लोगों को हिलाकर रख दिया है। रविवार को दोपहर में झटके महसूस हुए तो जगह-जगह अफरा-तफरी मच गई। लोग जहां, जैसे जिस हालात में थे सुरक्षित ठौर की ओर भागने लगे। इसी आपाधापी में अलग-अलग स्थानों पर एक महिला समेत दो लोग गिरकर जख्मी हो गए। शहर से सटे बहादुरपुर मोहल्ला निवासी असगरी बेगम (37) पत्नी रियाज अहमद घर में सो रही थीं। तभी लोगों के चिल्लाने की आवाज उनके कानों में गई तो वे बिस्तर से उठकर बाहर की ओर भांगी। इसी बीच दीवार से टकराकर उनके सिर में गंभीर चोटें आयीं। परिवारीजनों ने आनन-फानन में असगरी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। करौंदीकला संवादसूत्र के अनुसार थाना क्षेत्र के पहाड़पुर कला गांव निवासी अशोक मिश्रा (45) दोपहर में मवेशियों को खूंटे से खोल रहे थे। उसी दौरान जलजले के खौफ देख वे भागे। जिससे गिरकर वे घायल हो गए।
इनसेट.जमींदोज हुआ कच्चा मकान
बल्दीराय : थाना क्षेत्र अंतर्गत हेमनापुर गांव निवासी महेश पाल का कच्चा मकान भूकंप से जमींदोज हो गया। घर ढहने की घटना से गांव में कोहराम मच गया। लोग जान बचाकर सुरक्षित स्थानों पर ठौर तलाशने लगे। हालांकि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। लम्भुआ संवादसूत्र के अनुसार तहसील क्षेत्र के सराय मंगा (बरुआ) गांव निवासी रमाकांत तिवारी के घर की दीवार व छतों में भूकंप के झटकों से दरारें पड़ गई। आनन-फानन में लोग घर से बाहर खुले स्थान पर जा पहुंचे।
इनसेट.. लटक गया मकान का छज्जा
शाहगंज के पल्टन बाजार मुहल्ले में एक पुराने मकान का छज्जा भूकंप के झटकों से लटक गया। दोपहर बाद इलाके के लोगों की निगाह पड़ी तो आसपास के लोग सहम उठे। घंटों भीड़ लगी रही। जान की हिफाजत के लिए पड़ोसियों व दुकानदारों ने मौके पर से साज-ओ-सामान हटा लिए हैं। वहीं प्रशासन की आपदा प्रबंधन इकाई निष्क्रिय दिखाई पड़ रही है।
इनसेट.खुले मैदानों में ली शरण
शनिवार की तरह रविवार को भी दोपहर बाद भूडोल से सहमे शहर के विभिन्न मुहल्ले के लोगों ने आसपास के खुले मैदानों में शरण ली। रुहट्टा व घंटाघर इलाके के बासिंदों के लिए रामलीला मैदान तो वहीं रुद्रनगर, विवेकनगर, स्टेशन रोड के लोग रेलवे स्टेशन पर पटरियों के आसपास परिवार समेत जमा रहे। खुर्शीद क्लब, सुदर्शन पार्क, पर्यावरण पार्क, सूरज टाकीज परिसर, दीवानी न्यायालय परिसर के आसपास, गोमती नदी के किनारे सीताकुंड घाट समेत खुली जगहों पर लोगों का जमावड़ा रहा।