बेखौफ जालसाजों ने किया राष्ट्रीय चिह्न का इस्तेमाल
सुल्तानपुर : बेरोजगारों को नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपये की वूसली करने वाले शातिर दिमाग व बेखौफ रह
सुल्तानपुर : बेरोजगारों को नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपये की वूसली करने वाले शातिर दिमाग व बेखौफ रहे। महीनों तक धोखाधड़ी का कारोबार और पत्राचार में राष्ट्रीय चिह्न का इस्तेमाल किया। फर्जीवाड़ा करने वालों ने अशोक की लाट बने व भारत सरकार लिखे लेटर हेड पर नियुक्ति पत्र जारी किए गए हैं। जिससे लोगों को नौकरी सरकारी होने का एहसास होता रहा। कादीपुर कस्बे की आलीशान इमारत में आधुनिक साज-सज्जा वाला कार्यालय खोला गया। यहीं से प्रवेश पत्र जारी हुए। परीक्षा कराई गई और साक्षात्कार हुआ। यह सबकुछ इतने करीने से हुआ कि किसी को भनक तक नहीं लगी। करीब दर्जनभर कर्मचारी दिनभर इस तरह फाइलों को इधर-उधर करते रहते कि बेरोजगारों को ठगे जाने का एहसास तक नहीं हुआ। हालांकि संस्था के संचालकों की अनुमति के बिना किसी को भी कार्यालय में प्रवेश नहीं मिलता था।
शिक्षा परियोजना सुल्तानपुर के नाम से जिला समन्वयक, सहायक जिला समन्वयक, डाक अनुभाग लिपिक, अनुचर, सदस्य शिक्षक, शिक्षिका, कार्यालय सचिव, प्रखंड समन्वयक व सहायक प्रखंड समन्वयक वे पद हैं जिन पर मां वैष्णों ग्रामीण विकास उद्योग ने भर्ती की प्रक्रिया चलाई थी। ठगों ने संस्था की ओर से जो भी पत्र अभ्यर्थियों को भेजे उसके लेटर हेड में राष्ट्रीय चिह्न अशोक की लाट बनी है। उसके नीचे सत्यमेव जयते के साथ अंग्रेजी में गर्वनमेंट ऑफ इंडिया लिखा है। इतना ही नहीं ई-मेल व वेबसाइट के साथ डी 192 कुतुबबिहार गोयाला डेयरी नई दिल्ली का पता भी लिखा है। कुछ प्रपत्रों में क्षेत्रीय कार्यालय का कार्यक्षेत्र उत्तर प्रदेश व बिहार लिखा है, तो कुछ में कंपनी को मानव संसाधन शिक्षा विभाग का अनुभाग होने की इबारत लिखी है। कहीं पर शाखा कार्यालय भेलारा सुल्तानपुर तो कहीं मां वैष्णों ग्रामीण उद्योग विकास केंद्र सिंह मार्केट दूबेपुर चौराहा जिला सुल्तानपुर का ब्यौरा दिया गया है। हालांकि हजारों रुपये ठगी का शिकार शीला देवी का कहना है कि कंपनी का अगुवा हरिनारायण पांडेय बिहार प्रांत के छपरा जिलांतर्गत नरहरपुर चमारी का रहने वाला है। उसके पिता का नाम धूपा पांडेय है। शीला यह बताती हैं कि पैसा वसूलने से लेकर नौकरी देने तक हरि नारायण मोबाइल नंबर- 08579038108 से बात किया करता था।
राष्ट्रीय चिह्न का इस्तेमाल गंभीर अपराध : सीओ सिटी
सुल्तानपुर : बेरोजगारों से नौकरी के नाम पर लाखों रुपये वसूलने वालों द्वारा दिए गए फर्जी नियुक्ति पत्र पर राष्ट्रीय चिह्न का इस्तेमाल गंभीर अपराध है। सीओ सिटी सिद्धार्थ कहते हैं राष्ट्रीय प्रतीक, राष्ट्रीय चिह्न, राष्ट्रीय पक्षी आदि की बिना अनुमति गलत इस्तेमाल दंडनीय अपराध है। इसका दुरुपयोग पाए जाने पर तीन साल तक की सजा हो सकती है। इसको रोकने के लिए विशेष कानून बनाया गया है। सुबूत के साथ शिकायत मिली तो कार्रवाई जरूर की जाएगी।