सेवा समस्याओं को लेकर लेखपालों ने दिया धरना
सुल्तानपुर : वेतन, भत्ता सहित अन्य सुविधाओं में लंबे समय से मांग के बावजूद इजाफा न करने से नाराज लेख
सुल्तानपुर : वेतन, भत्ता सहित अन्य सुविधाओं में लंबे समय से मांग के बावजूद इजाफा न करने से नाराज लेखपाल मंगलवार को मुखर हो गए। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के बैनर तले जिले के सैकड़ों लेखपाल तिकोनिया पार्क पहुंचे। धरना शुरू कर दिया। शासन-प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की और अपनी मांगों से संबंधित चार सूत्रीय ज्ञापन मुख्यमंत्री को जिलाधिकारी के द्वारा भेजा।
सुविधाएं बढ़ाने में कोताही व दायित्वों में बढ़ोत्तरी करने से लेखपाल नाराज हैं। संगठन का कहना है कि वर्तमान समय में फील्ड कर्मचारियों की अपेक्षा लेखपालों पर कार्यो का बोझ है। इसके बावजूद लेखपालों की न तो भर्ती की जा रही है और न ही वेतन भत्ते व अन्य सुविधाओं में इजाफा किया जा रहा है। गौरतलब है कि लेखपालों को उद्धरण खतौनी से प्राप्त होने वाली धनराशि वर्ष 2005 तक लेखपालों को दी जाती थी। किंतु बाद में इससे उन्हें वंचित कर दिया गया। जिलाध्यक्ष अशोक सिंह ने बताया कि जिले की कुछ तहसीलों में राजस्व निरीक्षक व नायब तहसीलदारों की नियुक्ति नहीं की गई है। लेखपालों की तादाद भी काफी कम है। ऐसे में एक लेखपाल को कई गांवों की जिम्मेदारी वहन करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि काम का बोझ बढ़ने व सुविधाओं में इजाफा न होने से लेखपालों में असंतोष व्याप्त हो गया है। कई बार शासन-प्रशासन से समस्याओं के निदान के लिए निवेदन व शिकायत की गई किन्तु सार्थक परिणाम नहीं मिले। धरने में मंत्री रामकिशोर, उपाध्यक्ष रामसूरत, अयोध्या सिंह, सुरेश गुप्ता, सहदेव प्रसाद, उदयभान सिंह समेत दर्जनों लोग शामिल रहे।