डाक्टर दंपती पर दर्ज हुआ मुकदमा
सुल्तानपुर : आपरेशन के बाद इलाज में लापरवाही से प्रसूता की मौत हो जाने के मामले में डाक्टर दंपती के खिलाफ नगर कोतवाली में आपराधिक मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों पर आरोप है कि एक अधिवक्ता की पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर सामान्य डिलेवरी की बात कहकर अस्पताल में भर्ती किया फिर जान जोखिम में होने की जानकारी आपरेशन कर डाला। इलाज में लापरवाही होने पर प्रसूता की हालत बिगड़ी तो आधी रात को डिस्चार्ज कर दिया। महिला को इलाहाबाद के अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई।
सिविल कोर्ट के अधिवक्ता मनोज कुमार श्रीवास्तव पीपरपुर थाना क्षेत्र के लखनपुर गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी पत्नी रजनी को शहर के लक्ष्मणपुर स्थित नवजीवन अस्पताल में 11 अगस्त को भर्ती कराया। डाक्टर छवि ओझा व उनके पति डा. रमेश ओझा ने आश्वस्त किया था कि सामान्य प्रक्रिया से प्रसव कराया जाए। आरोप है कि 12 अगस्त को सुबह पांच बजे चिकित्सक दंपती ने उन्हें रजनी के जान को खतरा बताया और आपरेशन से डिलेवरी कर दी। प्रसव के बाद भर्ती रहने के दौरान ठीक से इलाज नहीं किया गया। शिकायत करने पर डांटकर भगा देते थे। 30 अगस्त को रजनी की तबियत जादा खराब हो गई तो रात में डेढ़ बजे चिकित्सक दंपती ने नवजीवन अस्पताल से उसे डिस्चार्ज कर दिया। गंभीर हालत में रजनी को इलाहाबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां 21 अगस्त को उसकी मौत हो गई। मनोज ने आपरेशन व इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए नगर कोतवाली में प्रार्थना पत्र दिया था। जिसमें शनिवार को मुकदमा दर्ज कर लिया गया। नगर कोतवाल बीपी सिंह ने बताया कि विवेचना दारोगा अजय प्रताप सिंह को सौंपी गई है।