इलाज के अभाव में कैदी की मौत
सुल्तानपुर : अमहट स्थित जिला कारागार में रविवार रात एक कैदी की इलाज न मिलने पर हालत बिगड़ी और अस्पताल पहुंचने से पहले मौत हो गई। मजिस्ट्रेट के निगरानी में पंचनामाभर शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया।
बल्दीराय थानाक्षेत्र के बढ़नपुर उपाध्यायपुर गांव के विजयपाल उपाध्याय को तीन भाइयों व भतीजे सहित हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। वर्ष 2010 से सभी जिला कारागार में निरुद्ध हैं। विजय पाल बैरक नंबर तेरह में लंबरदार था। उसे श्वास फूलने व पेट दर्द की शिकायत रहा करती थी। बताया जाता है कि शुक्रवार की सुबह वह बीमार पड़ा तो चिकित्सकों ने उसे जेल अस्पताल में भर्ती कर दिया। लेकिन रविवार की सुबह डिस्चार्ज कर दिया। जानकारी मिली है कि रविवार की रात दस बजे वह बीमार पड़ा तो दवा दी गई। लेकिन तीन बजे ही फिर उसकी हालत बिगड़ने पर एंबुलेंस से जिला अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मजिस्ट्रेट की निगरानी में पंचनामा भरा गया और पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। जेल अधीक्षक बृजेंद्र सिंह ने बताया कि कैदी विजयपाल उपाध्याय का इलाज कर रहे चिकित्सकों ने मामला गंभीर नहीं बताया था। जैसे ही सूचना मिली उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। मानवाधिकार आयोग व जिला मजिस्ट्रेट को छह बिंदुओं पर रिपोर्ट भेजी गई।