मौसम ने ली करवट, किसानों को परेशानी
सुल्तानपुर : यूं तो गुरुवार की सुबह से ही चल रही पुरवाई से मौसम में आ रही तब्दीली के संकेत मिल गए थे। शाम होते-होते धूप-छांव का खेल भी गहरा गया और आंधी के साथ बूंदाबांदी शुरू हो गई। एक ओर जहां शहर में मौसम खुशगवार हुआ वहीं ग्रामीणांचल में किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई। गेहूं की कटाई व मड़ाई काम ठप पड़ गया है। खेत-खलिहानों में लोग कटी फसल को सहेजने व समेटने में जुट गए हैं। यदि मौसम ऐसा ही बना रहा तो अन्नदाता को बड़े पैमाने पर नुकसान उठाना पड़ सकता है।
गांवों में चल रही गेहूं की कटाई व मड़ाई के कार्य में मौसम के बदले मिजाज ने खलल डाल दिया है। यूं तो बुधवार की दोपहर बाद से ही धूप-छांव का खेल शुरू हो गया था और गुरुवार को सुबह से ही पूर्वा हवा भी बहने लगी थी। शाम को अचानक मिजाज बदला और आसमान में बदली छा गयी। आंधी चलने लगी। जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। जिला मुख्यालय पर सिविल लाइन, चौक, लखनऊ नाका, विवेकनगर, करौंदिया, ईदगाह, दरियापुर, खैराबाद आदि मुहल्लों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था पर भी प्रतिकूल असल पड़ा। आपूर्ति ठप हो गई। वहीं कई दिनों से पड़ रही गर्मी के बाद मौसम खुशगवार होने से लोगों ने राहत की सांस ली। ग्रामीणांचल में आंधी व अंधड़ चलने से जनजीवन पर असर पड़ा है। खेत-खलिहान में चल रहा मड़ाई व कटाई का कार्य ठप हो गया। भदैंया संवादसूत्र के अनुसार, अभियाकलां, इस्लामगंज, कुछमुछ, सोनबरसा, मलिकपुर, करोमी, गोपालपुर, हनुमानगंज, पखरौली आदि गांवों में किसानों को काटी गई फसल को सहेजते देखा गया। वहीं खलिहानों में मड़ाई के बाद भूसा सहेजने में भी मशक्कत करनी पड़ रही है। मौसम को भांपते हुए खलिहानों में मड़ाई के लिए रखी फसलों को बरसात से बचाने के लिए पॉलीथीन से ढ़कने का इंतजाम किया जा रहा है।