एसआइटी ने दूसरे दिन विवादित भूमि का जुटाया साक्ष्य
घोरावल कोतवाली क्षेत्र के उभ्भा गांव में हुए नरसंहार के मामले की जांच करने के लिए आई विशेष जांच दल (एसआइटी) ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर आदर्श कृषि सहकारी समिति से जुड़े दस्तावेज निकलवाया और जरूरी साक्ष्य अपने पास सुरक्षित किए। इसके साथ ही समिति से जुड़े सदस्यों से भी मिलकर उस भूमि के बारे में जरूरी पूछताछ की।
जासं, सोनभद्र : उभ्भा नरसंहार मामले की जांच करने आई एसआइटी ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर आदर्श कृषि सहकारी समिति से जुड़े दस्तावेज निकलवाए और जरूरी साक्ष्य अपने पास सुरक्षित रख लिया। साथ ही समिति से जुड़े सदस्यों से मिलकर गांव की विवादित भूमि के बारे में आवश्यक जानकारी ली।
दरअसल, उभ्भा गांव में बीते 17 जुलाई को भूमि पर कब्जा करने को लेकर नरसंहार हुआ था। उसमें दस लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी और 28 लोग घायल हुए। सभी को भर्ती कराया गया। बाद में वाराणसी के ट्रामा सेंटर में एक महिला की और मौत हो गई। इस घटना को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच के आदेश दिए। प्रारंभिक जांच के आधार पर तत्कालीन एसडीएम, सीओ और एसएचओ सहित पांच लोगों को निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही मामले की विस्तृत जांच के लिए अपर मुख्य सचिव राजस्व विभाग रेणुका कुमार के नेतृत्व में एक और जांच कमेटी बनी। उस जांच कमेटी ने जब जांच किया तो रिपोर्ट के आधार पर तत्कालीन जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक को यहां से हटा दिया गया। साथ ही 27 अधिकारियों, कर्मचारियों व अन्य के खिलाफ हजरतगंज थाने में एफआइआर करायी गई। रेणुका कुमार की जांच रिपोर्ट में ही एसआइटी जांच की सिफारिश की गई। उसी आधार पर जांच शुरू की गई है।
सूत्रों के मुताबिक टीम ने आदर्श कृषि सहकारी समिति के कुछ सदस्यों से पूछताछ की। टीम जिले में उम्मीद है कि दो-तीन दिन रहकर जांच करेगी।