गोठानी मेले में दिखेगी आदिवासी परम्परा
जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : महाशिवरात्रि को लेकर नगर सहित ग्रामीण अंचलों में तैयारियां तेज
जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : महाशिवरात्रि को लेकर नगर सहित ग्रामीण अंचलों में तैयारियां तेज हो गई है। सबसे प्रमुख आयोजनों में गोठानी स्थित सोमनाथ मंदिर पर आदिवासियों के सबसे बड़े सात दिवसीय मेले की शुरुआत होगी। यहां पर गुप्तकाशी के नाम से मशहूर शिव¨लग पर 50 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं के जल चढ़ाने की संभावना है। साथ ही सोन, विजुल और रेणुका नदी के प्रत्यक्ष संगम पर हजारों श्रद्धालु स्नान करेंगे। सात दिवसीय मेले को देखते हुए मंदिर समिति ने सुंदरीकरण के साथ दुकानों की स्थापना तेज कर दी है। गुरुवार को ही कई दर्जन दुकानें सज गई हैं। इस सात दिवसीय मेले में कई जनपद सहित मध्य प्रदेश और छतीसगढ़ के आदिवासी सहित शहरी क्षेत्र के लोग आते हैं। मेले में आदिवासी परंपराओं की झलक दिखाई पड़ती है।आदिवासी संगीत का भी इस मेले में व्यापक आकर्षण रहता है। इसके अलावा चुटहिया जलेबी सहित कई व्यंजनों की भरमार भी रहेगी। हालांकि कि सदियों पुराने इस मेले में प्रशासनिक सहयोग नाम मात्र का दिखता है। मेले के दौरान पेयजल और आपातकालीन चिकित्सा की व्यवस्था नगण्य हालत में रहती है। गोठानी के ग्राम प्रधान धर्मेंद्र ¨सह ने बताया कि पेयजल की व्यवस्था कर दी गई है, सुरक्षा के लिए पुलिस को सूचना दे दी गई है।
आज होगा शिव विवाह
नगर के प्रमुख तीर्थ स्थल सेक्टर तीन स्थित बाबा भूतेश्वर दरबार में महाशिवरात्रि के अवसर पर भव्य शिव विवाह होगा। नगर के विभिन्न हिस्से से शिव बरात दरबार तक पहुंचेगी। उधर नगर पंचायत एवं बब्ब भूतेश्वर दरबार महारुद्र सेवा समिति ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है। यहां मौजूद दुर्लभ शिव¨लग पर 25 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं के जल चढ़ाने की संभावना है। इससे पहले मंदिर परिसर के चबूतरे की मरम्मत के साथ सुंदरीकरण का कार्य संपन्न कराया गया है। सलईबनवा स्थित शिव दरबार में भी हजारों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।