विश्व बालिका दिवस पर हौसलों की उड़ान को मिली नई पहचान
अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर गुरुवार को सोनांचल में हौसलों के उड़ान को नई पहचान मिली। जिले के विभिन्न सरकारी विभागों में एक दिन के लिए बालिकाओं ने विभागाध्यक्ष की कुर्सी संभाली तो न सिर्फ विभाग के कार्यों से अवगत हुईं बल्कि सुधार के लिए जरूरी सुझाव भी दिया। संबंधित विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी इन बालिकाओं को कुर्सी संभालने के बाद पूरा सम्मान दिया। दिए गए सुझाव पर अमल करने और सुधार करने की बात भी कही।
जासं, सोनभद्र : पोषण मिशन का जो उद्देश्य है उसे हरहाल में पूरा किया जाना चाहिए। शासन की मंशा के अनुसार कार्य करते हुए समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचे। बच्चों के पोषण पर खास देना चाहिए। लापरवाह कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई न होना जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठ रहा है। यह कहना था सोनभद्र में एक दिन के लिए प्रतीकात्मक रूप से जिला कार्यक्रम अधिकारी बनीं 17 वर्षीय सौम्या द्विवेदी का। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर उन्होंने विकास भवन में डीपीओ के कार्यालय में बैठकर कर्मियों को जरूरी सुझाव दिया। जिला कार्यक्रम अधिकारी अजीत कुमार ¨सह ने सौम्या को पहले प्रतीकात्मक रूप से पदभार ग्रहण कराया। इसके बाद सौम्या ने विभाग की कार्यशैली, कार्य की प्रगति की समीक्षा की। जिले की कुछ लापरवाह आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के बारे में की गई कार्रवाई पर असंतोष जताते हुए कहा कि अगर पोषण मिशन के उद्देश्यों को पूरा करने में किसी स्तर से लापरवाही की जा रही है तो उसमें त्वरित कार्रवाई हो। उन्होंने गर्भवती व धात्री महिलाओं तथा किशोरियों को दिएजा रहे पोषाहार व कुपोषित, अतिकुपोषित बच्चों के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जिला कार्यक्रम अधिकारी से पूछा। उन्होंने जरूरी सुझाव दिया कि सभी परियोजनाओं के सीडीपीओ प्रतिदिन कम से कम दो आंगनबाड़ी केंद्र जरूर देखें। उसकी रिपोर्ट भी मंगाई जाय। प्रभावी कदम न उठाने पर एक दिन की ईओ नाराज
सोनभद्र : अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर एक दिन के लिए नगर पालिका परिषद राबर्ट्सगंज की प्रतीकात्मक अधिशासी अधिकारी बनीं गुरु नानक बालिका इंटर कालेज की निशु सोनी ने गुरुवार को पदभार संभालने के बाद संबंधित कर्मियों को जरूरी निर्देश दिया। नगर में पॉलीथिन के इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगाने की दिशा में प्रभावी कदम न उठाए जाने पर नाराजगी जताई और सुधार के लिए जरूरी निर्देश दिया। कक्षा 11 में पढ़ने वाली निशु ने जब ईओ की कुर्सी संभाली तो वे पूरे तेवर में नजर आईं। नगर की समस्याओं पर चर्चा करते हुए नगर में मच्छर रोधी दवाओं का छिड़काव कराने की जानकारी संबंधित कर्मियों से लीं। इसके बाद पेयजल की आपूर्ति, कार्यालय में पत्रावलियों के रख-रखाव व सफाई व्यवस्था के बारे में पूछताछ की। इसी दौरान पॉलीथिन के इस्तेमाल पर हुई चर्चा में कहा कि पॉलीथिन पर रोक के बावजूद प्रभावी कदम न उठाया जाना लापरवाही का द्योतक है। तत्काल पर कार्रवाई होनी चाहिए। जिसकी भी जिम्मेदारी है वह इसे समझे और समस्याओं का हल निकाले। नगर पालिका के कर्मियों की समस्याओं से भी एक दिन की ईओ रूबरू हुईं। कार्य पर ध्यान देने का दिया सुझाव
सोनभद्र : जिला पंचायत की जिम्मेदारी बड़ी होती है। यहां से जिले के विकास की तस्वीर को बदला जाता है। इसलिए इस दफ्तर में काम करने वाले सभी अधिकारी व कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन ईमानदारी व निष्ठा के साथ करें। किसी भी राजनीतिक पचड़े में पड़कर इधर-उधर समय गवांने की बजाय काम पर ध्यान दें। आपका काम ही आपकी पहचान है। जहां से भी विकास के लिए कोई सुझाव या प्रस्ताव आए उसे जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में जरूर शामिल करें। कार्यालय में आने वाले फरियादियों के साथ मित्रवत व्यवहार रखें और जनप्रतिनिधियों की बातों का सम्मान करें। यह सुझाव गुरुवार को एक दिन के लिए जिला पंचायत की प्रतीकात्मक अपर मुख्य अधिकारी बनीं सौम्या दुबे ने दिया। प्रशासनिक अधिकारी जंगली लाल ने सौम्या को पदभार ग्रहण कराया। इसके बाद सौम्य ने इस अंदाज में कर्मियों से बात की कि लगा वे एक दिन की नहीं बल्कि पहले से ही यहां की अपर मुख्य अधिकारी हैं। उन्होंने पिछड़ी बोर्ड की बैठक में बने प्रस्ताव को लेकर प्रशासनिक अधिकारी से जानकारी ली। इसके बाद जिले के विभिन्न क्षेत्रों में कराये जाने वाले कार्यों की प्रगति, उनकी गुणवत्ता आदि के बारे में पूछताछ किया। सौम्य ने कार्यालय के कामकाज के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल किया।