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सोनांचल के दर्द पर मरहम लगा गए मुख्यमंत्री

वैसे तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोनांचल की धरती इसके पहले तीन बार आ चुके हैं लेकिन चौथी बार आए तो सोनांचल के दर्द पर मरहम लगाने से नहीं चुके। उन्होंने सोनांचल के आदिवासियों वनवासियों के साथ ही अनुसूचित जाति के लोगों के लिए भी कई सौगात दी। उन्होंने बच्चों के लिए आंगनबाड़ी केंद्र स्कूल की सौगात दी तो युवाओं को रोजगार करने लायक बनाने के लिए स्किल डेवलपमेंट सेंटर बनाने के लिए भी स्वीकृति दे डाली।

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Jul 2019 10:18 PM (IST)Updated: Mon, 22 Jul 2019 06:24 AM (IST)
सोनांचल के दर्द पर मरहम लगा गए मुख्यमंत्री
सोनांचल के दर्द पर मरहम लगा गए मुख्यमंत्री

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : वैसे तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोनांचल की धरती पर इसके पहले तीन बार आ चुके हैं लेकिन चौथी बार आए तो सोनांचल के दर्द पर मरहम लगाने से नहीं चुके। उन्होंने सोनांचल के आदिवासियों, वनवासियों के साथ ही अनुसूचित जाति के लोगों के लिए भी कई सौगात दी। उन्होंने बच्चों के लिए आंगनबाड़ी केंद्र व स्कूल की सौगात दी तो युवाओं को रोजगार करने लायक बनाने के लिए स्किल डेवलपमेंट सेंटर बनाने के लिए भी स्वीकृति दे डाली। आमजन का बोझ कम करने की कोशिश में एक तहसील व दो ब्लाक बनाने की बात कहते हुए सोनांचल के विकास के लिए एक साल के लिए टाइम लाइन भी तय कर दिया। मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ पहली बार अनपरा-डी परियोजना में आए थे। उस दौरान आमजन को कोई सौगात नहीं दी। इसके बाद राब‌र्ट्सगंज के मंडी समिति में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में शिरकत करने आए थे। तीसरी बार जब बहुअरा में आए तो सोनांचल के पर्यटन के लिए सौगात दे गए थे। तब से लोगों को उम्मीद थी कि जल्द ही बड़ी सौगात मिलेगी। लोगों की उम्मीद के मुताबिक सीएम ने चौथे दौरे में सौगात भी दिया है। आदिवासियों के लिए खोला पिटारा

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सीएम ने आदिवासियों के लिए पिटारा खोला। कहा कि उभ्भा गांव में प्रत्येक आदिवासी परिवार को आवास देने के लिए निर्देश दिया गया है। एक माह के भीतर सर्वे आदि की प्रक्रिया पूर्ण करके धनराशि लाभार्थियों को देने के लिए कहा। इसके साथ ही सोनभद्र में जनजाति व मुसहर समुदाय के लोग जिनके पास आवास नहीं उन्हें आवास उपलब्ध कराने, शौचालय, बिजली कनेक्शन, पेंशन, राशनकार्ड के लिए विशेष अभियान चलाने, जनजाति क्षेत्र जहां कुपोषण की समस्या है ऐसे 200 से अधिक गांव हैं वहां स्कूल में या अन्य सार्वजनिक स्थल पर आंगनबाड़ी केंद्र चलाने, जिले के सौ से अधिक ऐसे मजरे जहां विद्युतीकरण नहीं हो पाया है वहां प्रत्येक परिवार को सोलर पैनल देने के लिए कहा। अभी तक विद्युतीकरण न होने वाले करीब 100 मजरे हैं। साठ साल से अधिक उम्र के लोगों को पेंशन देने के साथ ही इसके साथ ही अन्य विकास के लिए एक साल के लिए टाइम लाइन तय किया है। विध्य क्षेत्र में पेयजल की विस्तृत योजना

मुख्यमंत्री ने सोनांचल के साथ ही पूरे विध्य क्षेत्र के लिए विकास का प्रस्ताव मांगा है। उन्होंने कहा है कि विध्य क्षेत्र जिसमें सोनभद्र व मीरजापुर शामिल है, वहां के हर ग्राम पंचायत में हर घर में पाइप लाइन से पानी की आपूर्ति हो इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना मांगी गई है। जिलाधिकारी प्रस्ताव बनाकर देंगे उसी के अनुसार कार्य किया जाएगा। हर परिवार को आवास, सबको स्वास्थ्य सुविधा

मुख्यमंत्री ने सोनांचल के हर परिवार को आवास की सुविधा देने के लिए कहा है। कहा कि जिले के आदिवासियों, वनवासियों न गरीबों को सर्वे करके प्रधानमंत्री आवास देने के लिए अधिकारियों को कहा गया है। जो पीएम आवास के दायरे में नहीं आएंगे उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना से आवास दिए जाएंगे। इसके साथ ही स्वास्थ्य की सुविधा के लिए आयुष्मान भारत व सीएम जन आरोग्य योजना से पांच लाख रुपये तक इलाज की सुविधा देने के लिए एक साल के भीतर सर्वे आदि पूरा करने के लिए कहा गया है। उभ्भा गांव के लोगों एक साल के भीतर आवास दिलाया जाएगा।


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