खरीफ की खेती का रकबा घटा, उत्पादन का लक्ष्य बढ़ा
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : जंगलों में हरे पेड़ पर चलती कुल्हाड़ी और पहाड़ों पर धड़ाधड़ गिरते हथौड़े खेत
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : जंगलों में हरे पेड़ पर चलती कुल्हाड़ी और पहाड़ों पर धड़ाधड़ गिरते हथौड़े खेती वाली जमीन का दायरा बढ़ाते जा रहे हैं। हालांकि इनका रिकार्ड अभिलेखों में दर्ज नहीं होता। इसलिए खेती का रकबा सरकारी आंकड़े में कम होता जा रहा है। गतवर्ष अच्छी बारिश के कारण अच्छी पैदावार रही। बावजूद इसके निदेशालय स्तर से इस साल खरीफ की खेती का रकबा 527 हेक्टेयर कम कर दिया गया है। कृषि विभाग कम रकबे में ही गतवर्ष से ज्यादा अनाज उत्पादन करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके साथ ही नर्सरी डालने का भी लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है।
कृषि विभाग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि खरीफ की फसलों के लिए निदेशालय स्तर से लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है। कितने क्षेत्रफल में खेती की जानी है, कितना उत्पादन किया जाना है इसके लिए भी लक्ष्य निर्धारित किया गया है। विभाग के अनुसार इस साल कुल 76442 हेक्टेयर क्षेत्रफल में खरीफ की खेती होगी, जबकि गतवर्ष 76969 हेक्टेयर खेती की गई थी। हालांकि इस साल खेती का जो रकबा निर्धारित किया गया है उसमें हर फसल का प्रतिशत बढ़ाया जाना है। शासन से जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है उसमें गतवर्ष की तुलना में धान, मक्का, तिल, मूंगफली, अरहर आदि का रकबा बढ़ाया गया है। बाकि ज्वार व मोटे अनाज का रकबा कम किया गया है। बाजरा, मूंग की खेती का लक्ष्य गत वर्ष के बराबर है। धान की नर्सरी का लक्ष्य 20172 हेक्टेयर में डालना तय किया गया है।
किस फसल का कितना रकबा तय
इस साल धान की खेती के लिए 32584 हेक्टेयर, मक्का के लिए 14763 हेक्टेयर, ज्वार के लिए 2314 हेक्टेयर, बाजरा 558 हेक्टेयर, मोटा अनाज के लिए 7698 हेक्टेयर, उर्द के लिए 2969 हेक्टेयर, मूंग के लिए 21, अरहर के लिए 11000, मूंगफली के लिए 330 व तिल के लिए 4205 हेक्टेयर क्षेत्रफल में खेती करने का लक्ष्य तय किया गया है।
किस फसल के उत्पादन में कितनी वृद्धि का लक्ष्य
फसल फीसद
धान 5.05
मक्का 5.15
ज्वार 4.89
बाजरा 5.15
उर्द 4.92
मूंगफली 30