बैढ़न-¨सगरौली मार्ग बहा, आवागमन बंद
¨सगरौली: परिक्षेत्र में तीन दिनों से हो रही मूसलधार बरसात के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। अनवर
¨सगरौली: परिक्षेत्र में तीन दिनों से हो रही मूसलधार बरसात के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। अनवरत बरसात ने जहां नागरिकों की दिनचर्या बिगाड़ दी है वहीं बैढ़न-¨सगरौली मार्ग लगभग 15 फीट बह जाने से आवागमन पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। मुख्यालय जाने के लिए नागरिकों को 50 किमी का चक्कर लगाना पड़ रहा है।
अगस्त के बाद सितंबर महीने के अंतिम सप्ताह में बरसात एक बार फिर अपने रौ में आ गई है। चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। पहले से ही जलजमाव के लिए कुख्यात परिक्षेत्र की सड़कों पर चलना जहां मुश्किल साबित हो रहा है वहीं बैढ़न-¨सगरौली मार्ग पर जयंत खदान के समीप 15 फीट सड़क बह जाने से हजारों लोगों की रफ्तनी थम गई है। पानी के तेज बहाव को देखते हुए प्रशासन द्वारा मार्ग को बंद कर दिया गया है। लोगों का संपर्क जिला मुख्यालय से पूर्णतया कट गया है। बरसात का क्रम बुधवार की शाम तक जारी रहने से अभी तक अनुरक्षण की दिशा में भी कोई पहल नहीं की जा सकी है। एहतियातन जयंत चौकी प्रभारी महेंद्र पांडेय द्वारा वाहनों को जयंत में ही रोक दिया जा रहा है।
तालाब की मछलियां आईं सड़क पर
स्थानीय भूंसा मोड़ स्थित एक निजी तालाब का बांध टूट जाने से तालाब की मछलियां सड़क पर आ गई। लबे सड़क मछलियों को उछलते देख चालक जहां वाहनों को रोककर मछलियां पकड़ने लगे वहीं नागरिकों का भी जमावड़ा लग गया।
औड़ी-¨सगरौली मार्ग के भी ध्वस्त होने का अंदेशा
एक तरफ जहां सड़क बह जाने से ¨सगरौली के लोगों का बैढ़न से संपर्क कट गया है वहीं चटका नाला के पास अंदर से सड़क खोखली हो जाने के कारण औड़ी-¨सगरौली मार्ग के भी ध्वस्त हो जाने का गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है।
तेज बहाव में साइकिल व बाल्टा भी बहा
¨सगरौली रेलवे स्टेशन-चितरंगी मार्ग पर स्थित रपटे के ऊपर पानी के तेज बहाव में आने से सायकिल व बाल्टा सहित दूधवाला बह गया। ऊधर से गुजर रहे मोरवा निवासी सुरेन्द्र ¨सह ने बताया कि किसी प्रकार दूधवाला तो बाहर निकल आया, किन्तु सायकिल व दूध सहित बाल्टा पानी के तेज बहाव में नजरों से ओझल हो गया।