सब्जी की उपज से होगी अधिक आमदनी
सोनभद्र: कम समय में अधिक लाभ सब्जी की उपज से ली जा सकती है। इसके लिए किसानों को पहले से तैयार रह
सोनभद्र: कम समय में अधिक लाभ सब्जी की उपज से ली जा सकती है। इसके लिए किसानों को पहले से तैयार रहने की जरूरत है। इस संदर्भ में बागवानी द्वारा आदिवासी महिलाओं के पोषण एवं आजीविका में सुधार विषय पर चोपन ब्लाक के पड़रच ग्राम सभा के भालूकुदर टोला में भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान वाराणसी के भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के परियोजना के अंतर्गत कार्यशाला का आयोजन में जानकारी दी गई।
भालूकुदर, सातद्वारी, केकरहवा, खेड़ी व अन्य गावों से करीब 150 आदिवासी महिलाओं ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में प्रत्येक गांव में आदिवासी महिलाओं का समूह बनाया गया। समूह को बागवानी के विभिन्न कार्य हेतु प्रेरित किया गया। संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डा. डीआर भारद्वाज ने महिलाओं को फल-सब्जियों के साथ-साथ प्रसंस्करण के बारे में जानकारी दी। वैज्ञानिक डा. नीरज ¨सह ने महिलाओं को समूह में बागवानी संबंधित जानकारी संग विपणन के बारे में बताया। समस्याओं के निस्तारण पर चर्चा डा. शुभदीप राय, डा. परेश चौखंडे ने किया। महिलाओं को पांच-पांच किलोग्राम मटर के उन्नतशील बीज दिया गया। बता दें कि आगामी तीन वर्षों तक भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान वाराणसी से योजना चलाई जाएगी।