विस्थापित श्रमिकों ने लगाया अवैध छंटनी का आरोप
अनपरा (सोनभद्र): एक हजार मेगावाट की निर्माणाधीन अनपरा डी परियोजना में संविदा के तहत कार्यरत एक कं
अनपरा (सोनभद्र): एक हजार मेगावाट की निर्माणाधीन अनपरा डी परियोजना में संविदा के तहत कार्यरत एक कंपनी के दर्जनों श्रमिकों ने अवैध छंटनी का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से हस्तक्षेप की मांग की। डी परियोजना में कार्यरत संविदा कंपनी एसएनसी पावर कारपोरेशन के श्रमिक सतीश दुबे, रामबरन यादव, जद्दू प्रसाद, छोटेलाल, लव कुमार रवानी, इंद्रेश पनिका व अलविदा शेख आदि ने जिलाधिकारी को भेजे पत्र में आरोप लगाया है कि कंपनी प्रबंधन ने बरसात के मौसम में अकारण अचानक 34 लोगों की छंटनी की नोटिस लगाकर उनकी सेवा समाप्त कर दी। सभी श्रमिक विस्थापित परिवार के हैं तथा इंहें विस्थापित कोटे के तहत निर्माणाधीन परियोजना में काम पर रखा गया था।
उन्होंने कहा कि कंपनी का कहना है कि काम समाप्त हो गया है जबकि कंपनी के पास अभी भी लगभग एक वर्ष से अधिक का काम है। कंपनी के पास अभी भी बाहर के 1000 से अधिक श्रमिक कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी प्रबंधन साजिश के तहत विस्थापित परिवार के सदस्यों को कार्य से निकाल रही है जबकि कार्य पर रखते समय यह तय हुआ था कि जब तक कंपनी का कार्य रहेगा विस्थापित परिवार के सदस्यों को कार्य से नहीं निकाला जायेगा। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण से प्रभावित परिवारों के सदस्यों को 50 प्रतिशत रोजगार उपलब्ध कराये जाने का प्रावधान है। श्रम कानून के अनुसार भी किसी भी श्रमिक की छंटनी बरसात में नहीं की जाती है इसके बाद भी कंपनी अपनी मनमानी पर उतर आयी है। उन्होंने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए सभी विस्थापित परिवार के सदस्यों को पुन: कार्य पर रखने की मांग की है।