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मानदेय को लेकर अड़े गुरुजन

सोनभद्र : वित्तविहीन शिक्षकों के मानदेय की मांग को लेकर माध्यमिक शिक्षकों का धरना मंगलवार को दूसरे द

By Edited By: Published: Tue, 31 Mar 2015 07:10 PM (IST)Updated: Tue, 31 Mar 2015 07:10 PM (IST)

सोनभद्र : वित्तविहीन शिक्षकों के मानदेय की मांग को लेकर माध्यमिक शिक्षकों का धरना मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। इसकी वजह से दूसरे दिन भी मूल्यांकन कार्य नहीं हो सका। राब‌र्ट्सगंज स्थित मूल्यांकन केंद्र के सामने शिक्षकों ने सभा की और प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। मांग पूरी होने तक आंदोलन को जारी रखने का संकल्प भी लिया।

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आंदोलन में शामिल शिक्षकों ने मूल्यांकन कार्य के लिए आए राजकीय शिक्षकों को बैरंग लौटा दिया। माध्यमिक शिक्षक संघ के संरक्षक विजय राम पांडेय ने कहा कि वित्त विहीन शिक्षकों से मुफ्त में पढ़वाने का हक लोकतांत्रिक सरकार को नहीं है। यह राजनेताओं की नकारात्मक सोच की उपज है। अध्यक्ष उमाकांत मिश्र ने कहा कि यह मानदेय की नहीं, शिक्षकों के सम्मान एवं गरिमा की लड़ाई है। वित्त विहीन शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डा. विजेंद्र सिंह ने कहा कि कोई भी शिक्षक आंदोलन नहीं चाहता लेकिन भूखे पेट कब तक शिक्षक पढ़ाएंगे। धरनारत शिक्षकों में इस बात को लेकर बेहद आक्रोश दिखा कि जनता की सेवा का व्रत लेने वाले जनप्रतिनिधि अपना वेतन भत्ता जब चाहे बढ़ा लेते हैं लेकिन समाज की भावी पीढ़ी को शिक्षित करने वाले शिक्षकों को वेतन तो दूर, मानदेय तक के लिए उनके पास फूटी कौड़ी नहीं है।

विगत आठ वर्षो से मानदेय के लिए संघर्ष चल रहा है। पिछली सरकार ने तो शिक्षक प्रतिनिधियों से वार्ता तक नहीं की जबकि वर्तमान सरकार वादा करके मुकर गई। सभा को शिक्षक महासभा के मंडल अध्यक्ष देव प्रकाश पांडेय, शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष नंदलाल शुक्ल, जिला मंत्री गुलाब राय, जिलाध्यक्ष पीएन श्रीवास्तव, जिलामंत्री केके तिवारी, वित्तविहीन संघ के जिलामंत्री संतोष त्रिपाठी, जितेंद्र सिंह, व प्रधानाचार्य परिषद के जिलाध्यक्ष डा. सुरेश यादव ने भी संबोधित किया।

इस मौके पर दिनेश श्रीवास्तव, अमर नाथ दूबे, गणेश पांडेय, सरोज मौर्य, राजेंद्र पांडेय, सूर्यमणि सिंह, जय प्रकाश द्विवेदी, राम प्रताप सिंह, अनिल मौर्य आदि उपस्थित थे। संचालन अरूण पति त्रिपाठी ने किया।


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