घोटालेबाज इंजीनियर पकड़ से बाहर
सोनभद्र : लोक निर्माण विभाग में दो करोड़ के घोटाले में आरोपी बनाए गए 16 एक्सईएन व अवर अभियंताओं पर का
सोनभद्र : लोक निर्माण विभाग में दो करोड़ के घोटाले में आरोपी बनाए गए 16 एक्सईएन व अवर अभियंताओं पर कार्रवाई न होने से लोगों में आक्रोश है। जन अधिकार मंच के पदाधिकारियों ने अधीक्षण अभियंता को शुक्रवार को ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की है।
बता दें कि पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता ईश्वरी नारायण सिंह ने तीन जुलाई को राबर्ट्सगंज में आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
जन अधिकार मंच के जिलाध्यक्ष भागीरथी सिंह मौर्य के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता से शुक्रवार को मिला। उनका कहना था कि प्रदेश से जिले के विकास के लिए राज्य, जिला व ग्रामीण मार्गो के निर्माण के लिए मिले धन में दो करोड़ रुपये के घोटाले का खुलासा हुआ था। इसके बाद अधिशासी अभियंता ईश्वरी नरायण सिंह ने तीन जुलाई को आरोपी कर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इस मामले में अधिशासी अभियंता विपिन कुमार, सहायक अभियंता कृष्ण कुमार, हेमंत कुमार, रमाशंकर राम, अवर अभियंता महेश प्रजापति, रितेश विश्वकर्मा, आरके ओझा, राजेश पाल, अमर चंद गुप्ता, पवारू पंकज, पूजन राम, डीएन राम, छब्बू लाल, अखिलेश चतुर्वेदी, सुनील कुमार व ओंकार सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज है। जन अधिकार मंच के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि दो करोड़ के घोटाले में फंसे एक्सईएन व जेई को बचाने का काम किया जा रहा है जबकि इस मामले की जांच होने के बाद आई रिपोर्ट व शासन द्वारा सत्यापन आख्या आने के बाद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। एफआइआर दर्ज हुए चार माह बीत जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इससे भ्रष्टाचार में लिप्त दोषियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है।
चेतावनी दी गई है कि इन आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो संगठन इस मुद्दे को लेकर एक बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होगा।