धूल के गुबार से जीना हुआ मुहाल
अनपरा (सोनभद्र) : वाराणसी- शक्तिनगर मुख्य मार्ग पर नियमित रूप से जल का छिड़काव नहीं किए जाने से उड़ रही धूल के गुबार से नागरिकों को नारकीय स्थिति में जीवन यापन करना पड़ रहा है। सड़क पर पैदल अथवा वाहनों से चलना मुश्किल हो गया है। बार-बार ध्यान आकृष्ट कराए जाने के उपरांत भी इस संबंध में किसी स्तर पर कोई पहल नहीं किए जाने से लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
प्रदूषण के खिलाफ नागरिकों द्वारा किए गए सत्याग्रह आंदोलन के उपरांत प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में निर्णय लिया गया था, कि मुख्य मार्ग की पटरियों पर नियमित रूप से पानी का छिड़काव किया जाएगा। इसके लिए बाकायदे जवाबदेही भी तय की गई थी। कुछ दिनों तक इसका पालन भी किया गया, किंतु दो महीने से पानी का छिड़काव पूरी तरह से बंद कर दिए जाने से मुख्य मार्ग के किनारे एक बार फिर धूल का साम्राज्य कायम हो गया है। द्रुत गति से फर्राटा भर रहे वाहनों के गुजरते समय मार्ग पर अंधेरा छा जा रहा है। कोयला व राख मिश्रित धूल के कण जहां दो पहिया वाहन चालकों व राहगीरों की आंखों में शूल चूभो रहे हैं वहीं नागरिकों के फेफड़े को भी छलनी कर रहे हैं।
लोगों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए इस संबंध में तत्काल आवश्यक कदम उठाए जाने की मांग की है।