तीस लाख के स्क्रैप चोरी में हवलदार निलंबित
ओबरा (सोनभद्र) : तापीय परियोजना से करीब तीस लाख रुपये के स्क्रैप के चोरी के मामले में सीआइएसएफ के समादेष्टा योगेश मेहता ने बुधवार की शाम हवलदार आरपी कुमार को निलंबित कर दिया है, वहीं सीजीएम ई. संजय तिवारी ने सूचना मिलते ही तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित कर दी है। बड़ी चोरी पर ठेकेदारों व बिजली कर्मियों में हड़कंप मच गया है।
मंगलवार की सुबह करीब आठ बजे 216 मेगावाट की नवीं यूनिट से पड़े सात रिम ग्रेयर में चार रिम ग्रेयर चोरी कर लिए गए, जिनका वजन करीब तीन टन बताया गया है। स्क्रैप की कीमत तीस लाख आंकी जा रही है। सुबह आठ बजे पेटी कांट्रैक्टर रियाजुद्दीन ने ठेकेदार सुदामा सिंह से रिम ग्रेयर ट्रक पर लादने के लिए क्रेन मांगी। क्रेन आपरेटर नंदलाल ने स्क्रैप को विभागीय ट्रक पर नवीं यूनिट से लादा और 200 मेगावाट की 12वीं यूनिट पर उतारने के लिए पहुंचा। विलंब होने पर क्रेन आपरेटर नंदलाल ने पेटी कांट्रैक्टर से शीघ्रता से स्क्रैप लदे ट्रक को भेजने की बात कही। पेटी कांट्रैक्टर ने क्रेन आपरेटर से कहा कि वह चला जाए। अब उसकी जरूरत नहीं है। नंदलाल अपने ठेकेदार सुदामा सिंह से बात कर क्रेन सहित वापस चला आया। दूसरी ओर स्क्रेप से लदी विभागीय ट्रक को चालक सुनील लेकर प्रतिबंधित पेमेंट डिविजन गेट से निकला। गेट पर तैनात सीआईएसएफ हवलदार आरपी कुमार ने ट्रक को जाने दिया। लिप्त लोग स्क्रेप लदा ट्रक ओबरा से करीब दो किमी दूर गजराज नगर पहुंचे और विभागीय ट्रक से किसी प्राइवेट ट्रक पर स्क्रेप शिफ्ट कर चलते बने। इसी बीच चोरी की सूचना पर सक्रिय सीआइएसएफ व पुलिस छानबीन में जुट गई। प्रारंभिक जांच कर समादेष्टा योगेश मेहता ने हवलदार को निलंबित कर दिया है, वहीं चोरी की जांच कर जरूरी कार्रवाई हेतु सीजीएम ने महा प्रबंधक ई. संग्राम प्रसाद, समादेष्टा योगेश मेहता, अधीक्षण अभियंता शिवाजी तिवारी की तीन सदस्यीय संयुक्त टीम गठित कर दी है।