खेत में उगा दिया 'सोना', कर दिया कमाल
सह फसली की किसानी देखने आ रहे किसानों ने बताया कि आनंद उनके क्षेत्र में किसानों के लिए प्रेरणा बन गए हैं।
सीतापुर (जेएनएन)। भूड़ इलाके में किसान आनंद गुप्ता ने खेतों में‘सोना’उगा दिया है। जिसे देखने और सीखने के लिए किसान उनके खेत आ रहे हैं। जेठ की तपती धूप में सहफसली खेती की हरियाली भी लोगों को लुभा रही है। मार्च माह में आलू की फसल लेने के उपरांत आनंद ने 40 बीघा गन्ना फसल की बोआई के साथ ही उसमें मक्का बोया था, इसमें आज मक्का तैयार है। सह फसली खेती का हुनर आनंद हरदोई जिले में अपने रिश्तेदार के यहां से लाए थे।
खोजेपुर किसान आनंद ने सह फसली की खेती पहली बार की है। वैसे यह अभी तक आलू फसल के साथ मेंथा की खेती करते रहे हैं। पहले प्रदर्शन में ही कामयाबी देखे आनंद फूले नहीं समा रहे हैं। वजह भी है, क्षेत्र के अन्य किसान उनकी तारीफों के पुल बांध रहे हैं। सह फसली की किसानी देखने आ रहे किसानों ने बताया कि आनंद उनके क्षेत्र में किसानों के लिए प्रेरणा बन गए हैं। लहलहाती फसल देखकर मन प्रसन्न हो रहा है।
आनंद का कहना है कि मक्का की फसल तैयार है। खेत से ही व्यापारी 15 रुपए किलो के भाव में मक्का ले रहे हैं। उनको उम्मीद है कि मक्का फसल से एक बीघा में करीब 40 हजार रुपये की कमाई होगी। फसल इतनी बेहतर है कि एक-एक पौधे में दो से तीन बालियां आयी हैं। 10 दिन में मक्का खेत से हट जाएगा। आनंद के खेत में गन्ने की फसल भी कमजोर नहीं है।
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लहलहाती फसल देखकर आनंद यही कहते हैं कि अब वह मेंथा की खेती छोड़ सह फसली के तौर पर हर साल मक्का की खेती करेंगे। क्षेत्रीय किसानों का कहना है कि आनंद को देखकर अब वह भी सह फसली खेती करेंगे। इसमें कम लागत में अधिक मुनाफे के तमाम अवसर देखने को मिल रहे हैं। सह फसली खेती किसान परिवारों को आर्थिक रूप से मजबूत करने में सक्षम है।
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