नोटबंदी का एक महीना.. नकदी के लिए बड़ा दुख दीना
सीतापुर : नोटबंदी के फैसले का एक महीना पूरा होने के बाद भी आम लोगों को नकदी की समस्या से राहत मिलती
सीतापुर : नोटबंदी के फैसले का एक महीना पूरा होने के बाद भी आम लोगों को नकदी की समस्या से राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। बैंक शाखाओं से भुगतान न होने के कारण लोगों का आक्रोश अब फूटने लगा है। हर दिन किसी न किसी बैंक शाखा पर ग्राहक हंगामा करते हैं, और मार्गों पर जाम लगाते हैं। गुरुवार को भी भुगतान न होने से नाराज आक्रोशित बैंक ग्राहकों ने इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक की हुसैनगंज शाखा पर हंगामी प्रदर्शन कर सीतापुर-लखनऊ मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया। आधा घंटा से अधिक खाताधारकों ने जाम लगाए रखा, मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने खाताधारकों को समझा-बुझाकर शांत कराया, जिसके बाद जाम खुल सका।
बैंक शाखाओं, डाकघरों और एटीएम बूथों के बाहर ग्राहकों की लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं। ग्रामीण अंचलों में ग्रामीण बैंक हो, राष्ट्रीयकृत बैंक शाखाएं हों या फिर निजी बैकों की शाखाएं हों हर जगह नकदी का अभाव है। डाकघरों का भी हाल ऐसा ही है। नोटबंदी के फैसले के बाद उपजी नकदी की समस्या से किसान और ग्रामीण इलाकों में लोग काफी परेशान हैं। नकदी के अभाव में गुड़ के साथ ही गन्ना, धान, गेहूं फसलों की बिक्री नहीं हो पा रही है। किसान खाद और बीज भी नहीं खरीद पा रहे हैं।
खाताधारकों ने हाईवे किया जाम-
इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक की शहर के मुहल्ला हुसैनगंज में स्थित शाखा पर भुगतान न होने से नाराज बैंक ग्राहकों ने गुरुवार को बैंक शाखा पर हंगामी प्रदर्शन कर सीतापुर-लखनऊ मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया। इसी बीच मामले की जानकारी पाकर मौके पर मुलायम यूथ ब्रिगेड के जिलाध्यक्ष असद अराफात सपा नेताओं के साथ पहुंच कर केंद्र सरकार की नोटबंदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। खाताधारकों ने बताया कि बैंक शाखा पर वह लोग लगातार छह दिनों से आ रहे हैं, लेकिन उन्हें भुगतान नहीं हो पा रहा है। इसी बीच मौके पर पहुंचे पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर राम सनेही यादव और शहर कोतवाल परशुराम यादव ने प्रदर्शनकारियों को समझाकर शांत कराया। इस मौके पर सपा जिलाध्यक्ष शमीम कौसर सिद्दीकी ने भी प्रदर्शनकारियों से जाम हटाने की अपील की। जिसके बाद खाताधारक जाम हटाने को राजी हुए। करीब तीस मिनट तक हाईवे के अवरूद्ध रहने से मार्ग के दोनों ओर एक किलोमीटर तक वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई थी।
डाकघरों के भी हालात खराब -
ग्रामीण अंचलों के डाकघरों की स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिले के प्रधान डाकघर में नकदी के अभाव में बीते एक सप्ताह से ग्राहकों को भुगतान नहीं किया गया है। इस डाकघर पर प्रतिदिन बड़ी संख्या में ग्राहक भुगतान की आस में आते हैं, लेकिन बिना भुगतान के ही बैरंग वापस हो जाते हैं। गुरुवार को भुगतान लेने के लिए कतार में खड़े लोगों ने बताया कि नकदी के अभाव में आज भी भुगतान नहीं हो सका है।
बीते दस दिनों से नहीं हुआ भुगतान - इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक की गोंदलामऊ शाखा बीते दस दिनों से कैशलेस है। नकदी के अभाव में भुगतान लेने आने वाले ग्रामीण ग्राहकों को बैरंग लौटना पड़ रहा है। कई दिनों से बैंक शाखा पर नकदी न होने से लोगों को भुगतान न मिल पा रहा है, जिससे ग्राहकों के सब्र का बांध टूटने लगा है। गुरुवार को भी इस शाखा से लोगों को भुगतान नहीं हो सका है। इस बैंक शाखा पर भुगतान लेने आए संजय, आनंद गिरधारी आदि ने बताया कि बैंक के बाहर शाखा पर नकदी उपलब्ध न होने की नोटिस चस्पा है। इसके अलावा भुगतान लेने के लिए बैंक शाखा पर आए रंजीत, सुरेंद्र, अनूप व संदीप ने बताया कि इस बैंक शाखा मे एक सप्ताह से भुगतान नहीं हो रहा है।
एक सप्ताह से कैशलेस बैंक शाखाएं -
इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक की शाखा सरैयां राजा साहब, रामपुर कला, बेहमा, नीलगांव तथा देवकलिया में आज भी नकदी न होने के कारण गुरुवार को भी भुगतान नहीं हो सका। जिसके चलते ग्राहकों को छठे दिन भी मायूस होकर वापस अपने घरों को लौटना पड़ा। इसी बैंक की हलीम नगर, मेंहदीपुरवा, कल्ली और रेउसा शाखाओं पर बीते सात दिनों से भुगतान नहीं हो रहा है। जिसके चलते खाताधारकों को काफी परेशानी का सामना करना पड रहा है।
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जिले में नकदी का संकट है, जिस कारण थोड़ी परेशानी हो रही है। उम्मीद है कि आने वाले दो-एक दिनों में भारतीय रिजर्व बैंक से कुछ नकदी आने की संभावना है, जिसके बाद हालातों में सुधार हो जाएगा।
-- सिद्धार्थो पॉल, एलडीएम