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बार एसोसिएशन अध्यक्ष पर अधिवक्ता ने किया जानलेवा हमला

सीतापुर : शुक्रवार की दोपहर कचेहरी परिसर में उस समय हड़कंप मच गया, जब बार एसोसिएशन अध्यक्ष पर एक अधिव

By Edited By: Published: Sat, 23 Jul 2016 01:50 AM (IST)Updated: Sat, 23 Jul 2016 01:50 AM (IST)
बार एसोसिएशन अध्यक्ष पर अधिवक्ता ने किया जानलेवा हमला

सीतापुर : शुक्रवार की दोपहर कचेहरी परिसर में उस समय हड़कंप मच गया, जब बार एसोसिएशन अध्यक्ष पर एक अधिवक्ता ने जानलेवा हमला कर दिया। हमले में अध्यक्ष को गंभीर चोटें आई। मामले में पुलिस ने अध्यक्ष की तहरीर पर अधिवक्ता के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही उन्हें मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा है और आरोपी अधिवक्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

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बार एसोसिएशन अध्यक्ष हरीश त्रिपाठी व अधिवक्ता राम जीवन भारती के तख्त कोषागार के पीछे हैं। दोपहर करीब डेढ़ बजे कचेहरी परिसर में अचानक किसी बात को लेकर अधिवक्ता राम जीवन भारती ने अध्यक्ष हरीश त्रिपाठी के तखत पर पहुंचकर उनपर लाठियों-डंडों से ताबड़तोड़ प्रहार शुरू कर दिए। इस दौरान बीच-बचाव करने आए अन्य लोगों के साथ भी अधिवक्ता ने गाली-गलौज की। अध्यक्ष पर हमले की खबर फैलते ही तमाम अधिवक्ता और कोतवाल दीपक शुक्ला पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंच गए। घटना के बाद कोतवाली परिसर में अधिवक्ताओं की भीड़ पहुंच गई। एडीएम एसके दीक्षित, एसडीएम सदर सर्वेश गुप्ता, सीओ सिटी रामसनेही यादव ने मौके पर पहुंचकर अधिवक्ताओं से वार्ता की। अध्यक्ष हरीश त्रिपाठी ने अधिवक्ता राम जीवन भारती पर उनके विरुद्ध दर्ज अपराधिक मुकदमों में अधिवक्ताओं से पैरवी न कराने के लिए दबाव बनाने, हत्या का प्रयास करने व नकदी लूटने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने अध्यक्ष पक्ष की ओर से अधिवक्ता रामजीवन भारती, उनके पुत्र व मुन्ना के विरुद्ध धारा 395, 397, 427 व 506 आइपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपी अधिवक्ता राम जीवन भारती को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

अधिवक्ता रामजीवन भारती पिछले कई वर्षों से बार से निष्कासित है। उनके द्वारा अपराधिक मामलों में अधिवक्ताओं पर पैरवी न करने के लिए दबाव बनाया जाता है। साथ ही अक्सर लोगों से विवाद करते रहते हैं। आज भी मुकदमें में पैरवी न करने के लिए मारपीट की गई।

- हरीश त्रिपाठी, अध्यक्ष

बार अध्यक्ष व उनके साथियों द्वारा जमीन का पट्टा बनाने के लिए पहले से ही दबाव बनाया जा रहा था। इससे मना करने पर दुराचार के झूठे मुकदमें में मुझे फंसाकर जेल भेज दिया गया था। न्यायालय में विचाराधीन मुकदमें में गवाही कराने के लिए प्रार्थना पत्र द ने के बाद अध्यक्ष व उनके साथियों ने जातिसूचक गालियां देते हुए मारपीट की। इसकी तहरीर पुलिस को दी है।

- रामजीवन भारती, अधिवक्ता

बार एसोसिएशन अध्यक्ष की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी अधिवक्ता को जेल भेज दिया गया है। पूरे प्रकरण की जांच शुरू कर दी गई है।

- रामसनेही यादव, सीओ सिटी


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