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पीसीएफ क्रय केंद्र के बोरे पैगंबरपुर पालेसर पर मिले

महमूदाबाद, (सीतापुर) : सरकारी गेहूं खरीद में घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ हर हाल में किसानों को

By Edited By: Published: Tue, 26 May 2015 11:42 PM (IST)Updated: Tue, 26 May 2015 11:42 PM (IST)

महमूदाबाद, (सीतापुर) : सरकारी गेहूं खरीद में घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ हर हाल में किसानों को देने के लिए अफसरों को प्रदेश शासन आदेश पर आदेश जारी कर रहा है, लेकिन यहां गेहूं की सरकारी खरीद किसानों से नहीं, बल्कि बिचौलियों और गांव-देहात के छोटे-छोटे व्यापारियों से हो रही है। वह लोग बाकायदा सरकारी बोरो में क्रय केंद्रों को गेहूं की भारी मात्रा में सप्लाई भी दे रहे हैं। इसके लिए उन्हें क्रय केंद्र प्रभारियों द्वारा आसानी से सरकारी बोरे भी भारी संख्या में प्राप्त हो जा रहे हैं। अर्थात सरकारी गेहूं खरीद में पूरा 'खेल' कमीशन पर आधारित है। ऊपर से नीचे तक कमीशन तय है। इसका खुलासा विगत दिवस क्षेत्र की पुलिस ने किया है। पुलिस ने क्षेत्र के पैगंबरपुर गांव के एक पालेशर पर एक-दो नहीं, बल्कि 5,700 खाली सरकारी बोरा और गांठें बरामद हुई। इस मामले की सूचना भी पुलिस ने क्षेत्रीय विपणन निरीक्षक को दी, ताकि निरीक्षक की तरफ से मामले में मुकदमा पंजीकृत किया जा सके लेकिन निरीक्षक की हीलाहवाली के चलते समाचार लिखे जाने तक एफआइआर दर्ज नहीं हो सकी थी। थानाध्यक्ष आलोक राव ने बताया कि बीते दिन सोमवार को मुखबिर की सूचना पर पैगंबरपुर गांव के एक पालेशर पर छापा डाला गया। जहां 11 गांठें और 200 खुले बोरे अर्थात कुल 5,700 सरकारी बोरे बरामद हुए हैं। थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले की सूचना मिलते ही मौके पर एसआइ ऊदल ¨सह चौहान, मोहनलाल वर्मा, विश्वनाथ को भेजा। इन लोगों ने बोरा बरामदगी के बाद स्थानीय ग्रामीणों से पूछताछ कि जिसमें पता चला कि इन सरकारी बोरों को पैगंबरपुर के पालेशर संचालक का यह पुराना धंधा है। संबंधित पालेशर गांव के शकील का बताया जाता है। थानाध्यक्ष ने बताया कि सभी बोरों को कब्जे में लिया गया है और कार्रवाई के लिए उप जिलाधिकारी को मामले से अवगत कराया गया है। थानाध्यक्ष ने कहा कि प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने तुरंत विपणन शाखा के निरीक्षक सुभाष चंद्र को भी खबर की और मंडी समिति के अधिकारियों को भी बताया। फिर भी अब तक कोई भी जिम्मेदार अधिकारी थाने नहीं आया है और न ही किसी संबंधित अधिकारी की तरफ से मामले में आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने के लिए कोई तहरीर दी गई है। इसलिए मामले में अभ तक आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज नहीं किया जा सका है।

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सिरोही क्रय केंद्र के बोरे पैगंबरपुर कैसे पहुंचे, यह जानकारी मुझे नहीं है। इन बोरों को पुलिस ने अपनी अभिरक्षा में लिया है यह भी हमें पता नहीं है। मामले की जानकारी करूंगा।

- तरुणेश यादव, जिला प्रबंधक, पीसीएफ

पीसीएफ का गेहूं क्रय केंद्र महमूदाबाद तहसील क्षेत्र के सिरोही में है, यह बोरे उसी केंद्र के लिए भेजे गए थे। अब यह बोरे पैगंबरपुर कैसे पहुंच गए, इसके लिए हमने पीसीएफ जिला प्रबंधक स स्पष्टीकरण मांगा है। यह भी दूसरे स्थान पर पहुंचने का एक कारण यह भी हो सकता है कि मोबाइल परचे¨जग के लिए भी शासन ने निर्देश दिए हैं कि इस ²ष्टि से भी हो सकता है कि गांव में गेहूं खरीद के लिए यह बोरा क्रय केंद्र द्वारा भेजे गए हों। फिलहाल जिला प्रबंधक का स्पष्टीकरण मिलने के बाद ही कुछ स्पष्ट होगा।

- अनुपम निगम, डिप्टी आरएमओ


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